कठुआ 14 नवंबर (हि.स)। गत दिनों जम्मू कश्मीर के दौरे पर आ रहे शिरोमणि अकाली दल अमृतसर के प्रमुख एवं संगरूर के सांसद सिमरणजीत सिंह मान को अनुमति नहीं दी गई थी। जिसके बाद सांसद की ओर से एक याचिका जिला प्रिंसिपल सत्र न्यायधीश के कोर्ट में दायर की गई थी। जिसकी सुनवाई 14 नवंबर सोमवार को थी। इसी के चलते सांसद अपने समर्थकों सहित गत रविवार शाम को कठुआ पहुंच गए थे। वे हटली मोड़ स्थित एक निजी होटल में ठहरे थे जहां से कोर्ट जाने की अनुमति प्रशासन ने उन्हें नहीं दी। जिसपर सांसद ने रोष जताया है।
होटल में ही पत्रकारों को संबोधित करते हुए मान ने कहा कि उन्हें खुद कोर्ट में जाना था लेकिन उन्हें अनुमति नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में हालात खराब है और वे लोगों से बातचीत करने के लिए जा रहे थे। लेकिन उन्हें अनुमति नहीं दी जा रही। उन्होंने कहा कि यह मुद्दा आगामी विंटर सेशन के दौरान संसद में जोर शोर से उठाया जाएगा। उनसे कई सांसद भी संपर्क कर रहे हैं कि आखिर उन्हें जम्मू कश्मीर में क्यों नहीं जाने दिया जा रहा।
उन्होंने कहा कि बाहरी देशों से आए एक दल को गत दिनों जम्मू कश्मीर में आने की अनुमति दी गई थी लेकिन वह भारत देश के पंजाब क्षेत्र से सांसद हैं और उन्हें क्यों नहीं जाने दिया जा रहा। मान ने कहा कि अगर धारा 370 को हटा दिया गया है तो फिर एक सांसद को जम्मू कश्मीर का दौरा करने की अनुमति क्यों नहीं।
उन्होंने कहा कि 1947 से पूर्व उनकी जायदाद कश्मीर के गुलमर्ग में है जिसका वह जायजा लेने के लिए जाना चाहते हैं लेकिन जम्मू कश्मीर यूटी सरकार उन्हें अनुमति नहीं दे रही है। फिलहाल जिला प्रिंसिपल सत्र न्यायधीश ने अगली सुनवाई 29 नवंबर को तय की है। मान को जम्मू कश्मीर में प्रवेश करने की अनुमति का फैसला आगामी 29 नवंबर तक टल गया है। वहीं सोमवार दोपहर करीब तीन बजे सिमरनजीत सिंह मान अपने समर्थकों के साथ वापस पंजाब लौट गए। उसे पूर्व लखनपुर स्थित गुरुद्वारा में उन्होंने माथा टेका और वापस लौट गए।