मॉस्को, 08 नवंबर (हि.स.)। यूक्रेन पर रूसी हमले के बीच भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर की रूस यात्रा पर दुनिया भर की नजरें लगी हैं। मंगलवार को दोनों विदेश मंत्रियों की बातचीत से पहले रूस ने आपसी सहयोग से दोनों देशों के आगे बढ़ने की बात कही है।
भारतीय विदेश मंत्री मंगलवार को मॉस्को में रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ बातचीत करेंगे। इस बातचीत से पहले रूस के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा है कि भारत और रूस के बीच कई दशकों से खास तरह की रणनीतिक साझेदारी कायम है। दोनों देशों ने आर्थिक, वित्तीय, ऊर्जा, सैन्य-तकनीक, मानविकी, रिसर्च और डेवलपमेंट की दिशा में प्रभावी सहयोग की नीति तैयार की है। दोनों देशों के विदेश मंत्री आपसी सहयोग को आगे बढ़ाने की दिशा में बातचीत करेंगे। बातचीत के मुख्य मुद्दों में व्यापार, निवेश, ट्रांसपोर्ट, लॉजिस्टिक, आपसी व्यापार में राष्ट्रीय मुद्रा के उपयोग, ऊर्जा परियोजना शामिल होंगे।
रूसी विदेश मंत्रालय ने भारत के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूती के साथ आगे बढ़ने की उम्मीद जाहिर की है। कहा गया है कि भारत और रूस एक संतुलित और समान दुनिया बनाने की दिशा में काम करेंगे। दोनों देश ऐसा वातावरण बनाएंगे, जो वैश्विक परिदृश्य में तानाशाही भरे वातावरण को पूरी तरह नकारता है। दोनों देश संयुक्त राष्ट्र संघ के चार्टर के मुताबिक जरूरी मुद्दों और नियमों का समर्थन करते हैं। दोनों देश एक ऐसे एजेंडे की वकालत करते हैं और सभी देशों के बीच परिणामदायक संवाद पर जोर देते हैं।