नई दिल्ली, 07 नवंबर (हि.स.)। भारतीय रेलवे ने सोमवार को चेन्नई के एमजी रामचंद्रन सेंट्रल रेलवे स्टेशन से चेन्नई-बेंगलुरु-मैसूर वंदे भारत एक्सप्रेस का सफल ट्रायल रन किया। यह दक्षिण भारत के लिए पहली और देश की पांचवीं सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन होगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 11 नवंबर (शुक्रवार) को चेन्नई-बेंगलुरु-मैसुरु वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे।
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने ट्रेन के ट्रायल रन का वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया, “दक्षिण भारत की पहली वंदेभारत एक्सप्रेस की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। यहां एक्सप्रेस के ट्रायल रन की एक क्लिप है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 11 नवंबर को ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे।”
हाई-स्पीड ट्रेन का बेंगलुरु के क्रांतिवीर संगोली रायन्ना (केआरएस) स्टेशन पर सिंगल स्टॉप होगा। चेन्नई-मैसूर वंदे भारत एक्सप्रेस सेवा बुधवार को छोड़कर सप्ताह में छह दिन चलेगी। वंदे भारत ट्रेन चेन्नई सेंट्रल से सुबह 5:50 बजे अपनी यात्रा शुरू करेगी और दोपहर 12:30 बजे मैसूर पहुंचेगी। रास्ते में यह 10:25 बजे बेंगलुरु के क्रांतिवीर संगोली रायन्ना (केआरएस) स्टेशन पर पांच मिनट के लिए रूकेगी। वापसी में मैसूर से दोपहर 1.05 बजे ट्रेन रवाना होगी और शाम 7.35 बजे चेन्नई पहुंचेगी।
उल्लेखनीय है कि पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को 15 फरवरी, 2019 को नई दिल्ली-कानपुर-इलाहाबाद-वाराणसी मार्ग पर हरी झंडी दिखाई गई थी। वंदे भारत एक्सप्रेस सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ अभियान को मजबूत उदाहरण बन रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गत वर्ष 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के 75 सप्ताह में देश के प्रत्येक कोने को जोड़ने के लिए 75 वंदे भारत ट्रेनें शुरू करने की घोषणा की थी।