सीतारमण ने कहा- एनपीए कम करने के प्रयासों से सरकारी बैंकों का मुनाफा बढ़ा

नई दिल्ली, 07 नवंबर (हि.स)। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के 12 बैंकों का मुनाफा वित्त वर्ष 2022-23 की दूसरी तिमाही में सामूहिक रूप से 50 फीसदी बढ़कर 25,685 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि फंसे कर्ज यानी गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) को कम करने के सरकार के प्रयासों की वजह से ऐसा हुआ है।

सीतारमण ने सोमवार को ट्वीट कर कहा कि एनपीए को कम करने के प्रयासों के परिणाम अब दिखने लगे हैं। उन्होंने कहा कि पीएसबी की वित्तीय स्थिति को और मजबूत करने के लिए सरकार के निरंतर प्रयास की वजह से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के मुनाफा में इजाफा हुआ है। वित्त मंत्री ने कहा कि सभी सरकारी बैंकों का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में सालाना आधार पर बढ़कर 25,685 करोड़ रुपये और पहली छमाही में बढ़कर 40,991 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस तरह इसमें क्रमश: 50 फीसदी और 31.6 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।

सीतारमण ने एक के बाद कई सारे ट्वीट कर बताया कि सार्वजनिक क्षेत्र के सभी 12 बैंकों के परिणाम वित्त वर्ष 2022-23 की दूसरी तिमाही में बेहतर रहे हैं। इसमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) का मुनाफा 74 फीसदी बढ़कर 13,265 करोड़ रुपये, केनरा बैंक का शुद्ध लाभ 89 फीसदी बढ़कर 2,525 करोड़ रुपये हो गया है। इसी तरह यूको बैंक का शुद्ध लाभ भी 145 फीसदी बढ़कर 504 करोड़ रुपये हो गया। बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) का मुनाफा 58.70 फीसदी बढ़कर 3,312.42 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।

हालांकि, सार्वजनिक क्षेत्र के सभी 12 बैंकों में से दो पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) और बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई) का मुनाफा नौ से लेकर 63 फीसी घटा है। डूबे कर्ज के लिए ऊंचे प्रावधान की वजह से इन बैंकों के मुनाफे में कमी आई है, लेकिन 10 अन्य सरकारी बैंकों का मुनाफा दूसरी तिमाही में 13 से लेकर 145 फीसदी बढ़ा है। दूसरी तिमाही में यूको बैंक के मुनाफे में सबसे ज्यादा 145 फीसदी की वृद्धि हुई है, जबकि बैंक ऑफ महाराष्ट्र का लाभ 103 फीसदी बढ़ा है।

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