नई दिल्ली, 05 नवंबर (हि.स.)। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली ने शनिवार को अपने 53वें वार्षिक दीक्षांत समारोह में 2100 स्नातक छात्रों को डिग्री और डिप्लोमा प्रदान किए गए। इस मौके पर 13 पूर्व छात्रों को प्रतिष्ठित एल्यूमिनी अवार्ड से सम्मानित किया गया।
2,100 स्नातक छात्रों में पीएचडी 307, एमटेक 469, एमबीए 146, मास्टर ऑफ साइंस 194, मास्टर ऑफ साइंस (रिसर्च) – एमएसआर 36, मास्टर ऑफ डिजाइन 13, आईआईटी दिल्ली का पीजी डिप्लोमा (नौसेना निर्माण) 25, वीएलएफएम 20, डीआईआईटी 06, बी टेक 773, दोहरी डिग्री (बी.टेक. और एम.टेक.) 100, बी टेक और एम टेक अंडर एडवांस्ड स्टेंडिंग 03, और स्नातक डिप्लोमा 08 शामिल रहे।
इस अवसर पर मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) में नोबेल पुरस्कार विजेता (आर्थिक विज्ञान, 2019) और फोर्ड फाउंडेशन इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स के प्रोफेसर अभिजीत बनर्जी मुख्य अतिथि थे। बनर्जी ने आईआईटी दिल्ली के स्नातक छात्रों से भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए ‘अतिरिक्त बढ़त’ प्रदान करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आप कुछ चुनिंदा छात्रों में से हैं। आपने यहां पहुंचने के लिए कई बाधाओं को पार किया है।
उन्होंने कहा कि देश को आप जैसे युवाओं की जरूरत है। आप भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में बढ़त दिला सकते हैं। उसके लिए आप अभी रुकें नहीं बल्कि बदलने की कोशिश करते रहो। बनर्जी ने कहा कि राष्ट्र के लिए उपयोगी होने के एक हजार तरीके हैं। आप विज्ञान में कुछ अद्भुत कर सकते हैं और देश को गौरवान्वित कर सकते हैं। आप एक वैश्विक कंपनी ढूंढ सकते हैं और सैकड़ों हजारों लोगों को रोजगार प्रदान कर सकते हैं। आप एक दवा का आविष्कार कर सकते हैं और लाखों लोगों की जान बचा सकते हैं।
आईआईटी दिल्ली के निदेशक, प्रो. रंगन बनर्जी ने कहा कि आप भाग्यशाली हैं कि आपने हमारे देश में दुनिया की सबसे अच्छी शिक्षाओं में से एक की तुलना में सबसे अच्छी शिक्षा प्राप्त की है। हमें आपसे बहुत उम्मीदें हैं। आप सही समय पर सही जगह पर हैं।