(अपडेट) किशनगंज,04 नवम्बर (हि.स.)। बिहार में किशनगंज जिले के गलगलिया में भारत-नेपाल सीमा के पास से पकड़ी गई पाकिस्तानी मूल की अमेरिकी नागरिकता प्राप्त फरीदा भारत में सना के नाम से रह रही थी।
बीते 17 अक्टूबर को वह कतर से नई दिल्ली पहुंची थी। वह नई दिल्ली से फ्लाइट के माध्यम से एक नवम्बर को बागडोगरा (पश्चिमी बंगाल) पहुंची और वहां से सड़क मार्ग से किशनगंज। यहां से वह नेपाल जा रही थी, लेकिन रास्ते में पकड़ी गई। उसके पास से अमेरिका के कैलिफोर्निया में बना ड्राइविंग लाइसेंस और पासपोर्ट मिला है। उसमें उसका नाम फरीदा मलिक दर्शाया गया है।
भारत के उत्तर प्रदेश स्थित नोएडा के एक फिल्म इंस्टीच्यूट का परिचय पत्र भी उसके पास से मिला है। उसमें उसका नाम सना अख्तर लिखा है। उसी संस्थान के कार्ड पर वह टिकट बुक कराकर भारत में घूम रही थी। इसी कार्ड के सहारे वह भारत से नेपाल जाने के फेर में थी। उसके पास से बरामद फ्लाइट के टिकट के अनुसार सना अख्तर के नाम से बुक कराए गए टिकट पर वह एक नवम्बर को दिल्ली से बागडोगरा पहुंची थी। उसके पास अमेरिका का पासपोर्ट था, लेकिन वीजा नहीं था।
सघन पूछताछ के बाद विदेशी अधिनियम और दोहरी नागरिकता सहित अन्य आरोपों में केस दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया। किशनगंज जिला पुलिस कप्तान डॉ. इनाम उल हक मेंगनू ने बताया कि पूछताछ में उसने पाकिस्तानी मूल की होने और बाद में अमेरिका के कैलिफोर्निया की नागरिकता प्राप्त होने की बात कही। कुछ दस्तावेज भी उसके पास से बरामद हुए हैं। उसके पास से कई फ्लाइटों के टिकट मिले हैं। कुछ टिकट फरीदा तो कुछ सना के नाम से बने हैं।
इस संबंध में केंद्र सरकार से पत्राचार भी किया गया है। वहां से मिले दिशा-निर्देश के बाद आगे उसी आधार पर कार्रवाई की जाएगी। पूछताछ के दौरान उसने जयपुर व उदयपुर समेत कुछ अन्य जगहों पर अपने रिश्तेदारों के होने की बात बताई, लेकिन इस संबंध में कोई ठोस प्रमाण नहीं दे सकी।
पुलिस ने बताया कि वह उत्तराखंड के हलद्वानी स्थित जेल में 11 माह तक रह चुकी है। पुलिस के अनुसार कुछ अन्य जांच एजेंसियां भी उससे पूछताछ कर रही हैं। भारत में नाम बदलकर रहने व नेपाल जाने के पीछे की मंशा के बारे में उसने अभी कुछ नहीं बताया है। आखिर नाम बदलकर भारत में क्यों घूम रही थी, इसके पीछे इसकी मंशा क्या थी जो उच्च स्तरीय जांच का विषय है।