हालात बिगड़ने की आशंका, मुल्क की बागड़ोर सेना को सौंपे जाने का आसार
इस्लामाबाद, 04 नवंबर (हि.स.)। हकीकी आजादी मार्च में की गई फायरिंग से घायल पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) के नेता और पूर्व प्रधानमंत्री और इमरान खान की हालत में पहले से सुधार है। गुरुवार को हुई इस गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई और पीटीआई के सांसद फैसल जावेद समेत 13 अन्य घायल हो गए। इस हमले के विरोध में इमरान के समर्थकों ने देशभर में प्रदर्शन शुरू कर दिया है। इस बीच हालात बिगड़ने पर देश की बागड़ोर सेना को सौंपने के विकल्पों पर सरकार विचार कर रही है।
पाकिस्तान में हालात बिगड़ने की आशंका जताई जा रही है। यहां सबसे बड़ा सवाल यह है कि पाकिस्तान में आगे क्या होने वाला है? कैसे शहबाज शरीफ की सरकार इस हालात को नियंत्रित कर पाएगी और इसके लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं?
‘डॉन न्यूज’ के मुताबिक पूर्व प्रधानमंत्री के दोनों पैरों में तीन गोलियां लगी थीं, जिन्हें सर्जरी कर निकाल दिया गया है। हमलावर को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। इमरान की हालत स्थित है और वह खतरे से बाहर हैं। इस बीच इस्लामिक सहयोग संगठन ने कहा है कि वह सुरक्षा और स्थिरता के लिए किसी भी खतरे के खिलाफ इस्लामिक गणराज्य पाकिस्तान के साथ खड़ा है।
उधर, इमरान खान को गोली लगने के बाद मुल्क में माहौल गरम हो गया है। पाकिस्तान में अब आने वाले कुछ दिनों में स्थिति और बिगड़ने की आशंका जताई जा रही है। इमरान खान के समर्थक और उग्र हो सकते हैं। राजनीतिक प्रेक्षकों का कहना है कि पाकिस्तान में मौजूदा हालात को देखते हुए सेना के हाथों में पूरी कमान सौंपी जा सकती है। पाकिस्तान मार्शल लॉ और इसी तरह के कुछ और उपायों की तरफ बढ़ता नजर आ रहा है।