हरिद्वार, 01 नवंबर (हि.स.)। देव संस्कृति विश्वविद्यालय (देसंविवि), शांतिकुंज का छठवां दीक्षांत समारोह मंगलवार को सानंद हुआ। मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला एवं देव संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. प्रणव पण्ड्या ने 2661 विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान कीं।
इसमें सन् 2017 से 2022 तक के सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट के विभिन्न पाठ्यक्रमों के उत्तीर्ण विद्यार्थी हैं। इनमें पीएचडी के 72, पोस्ट ग्रेजुएट के 941, ग्रेजुएट 1157, डिप्लोमा के 187, सर्टिफिकेट कोर्स के 304 छात्र-छात्राएं शामिल हैं।
समारोह के मुख्य अतिथि लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि देव संस्कृति विवि एक ऐसा विश्व विद्यालय है, जहां छात्र-छात्राओं को मनुष्य जीवन के सही लक्ष्य बताया जाता है। देव संस्कृति विवि से निकलने वाले युवा भारत को सांस्कृतिक रूप से उन्नत बनायेंगे। यहां के शिक्षण, प्रशिक्षण एवं शोध के साथ जीवन प्रबंधन आदि शुभ व्यवस्थित जीवन प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि आज प्राचीन मूल्यों को आधुनिक मूल्यों के साथ समन्वय करने की महती आवश्यकता है। देव संस्कृति विवि इसे बखूबी कर रहा है। उन्होंने कहा कि विवि से शिक्षित होकर देश विदेश में जाने वाले युवक हमारे सांस्कृतिक राजदूत हैं।
समारोह के अध्यक्ष कुलाधिपति डॉ. प्रणव पण्ड्या ने कहा कि देसंविवि एकमात्र विवि है, जहां ज्ञानदीक्षा समारोह होता है, जिसके माध्यम से युवाओं को चरित्रवान एवं निष्ठावान छात्र बनने की प्रतिज्ञा कराई जाती है। उन्होंने कहा कि यहां से उत्तीर्ण होकर नये जीवन में प्रवेश करने वाले छात्र-छात्राएं विवि से प्राप्त गुणों का अन्यों में भी प्रसार करेंगे। इससे पूर्व कुलपति शरद पारधी ने शनैः शनैः प्रगति पथ अग्रसर हो रहे विवि की प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष बिरला, डॉ. अनिता बिरला, कुलाधिपति डॉ. प्रणव पण्ड्या ने दीक्षांत समारोह स्मारिका, अनाहत, संस्कृति संचार, अंतरराष्ट्रीय जनरल आदि का विमोचन किया। कुलाधिपति डॉ. प्रणव पण्ड्या ने ओम बिरला को गंगाजली, स्मृति चिह्न एवं विवि के विशेष साहित्य भेंटकर सम्मानित किया।
विवि के टॉपर विद्यार्थी-
सन् 2017 की उर्वशी शर्मा, सन 2018 की वंदना आर्य, सन् 2019 की चित्रा कश्यपत्र, सन् 2020 की रूपम, सन् 2021 की चित्रा कश्यप, सन् 2022 की अंजलि पुण्डीर।
उल्लेखनीय है कि देसंविवि के छठवें दीक्षांत समारोह में डिर्ग्री पाने वाले युवाओं में 60 प्रतिशत से अधिक छात्राएं हैं। इससे पूर्व लोकसभा अध्यक्ष एवं कुलाधिपति डॉ. प्रणव पण्ड्या, कुलपति शरद पारधी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन कर दीक्षांत समारोह का शुभारंभ किया।
प्रज्ञेश्वर महादेव मंदिर में की पूजा अर्चना-
लोस अध्यक्ष ओम बिरला, डॉ अनिता बिरला एवं देसंविवि कुलाधिपति डॉ. प्रणव पण्ड्या ने कार्यक्रम से पूर्व प्रज्ञेश्वर महादेव की पूजा की और मंदिर परिसर में रक्त चंदन के पौधे रोपे। पश्चात उन्होंने देश की रक्षा में अपना सर्वोच्च बलिदान करने वाले शूरवीरों की याद बने शौर्य दीवार पर पुष्पांजलि भी अर्पित की।