कीव, 01 नवंबर (हि.स.)। यूक्रेन पर रूसी हमले के 250 दिन पूरे हो गए हैं। इसके बाद भी रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की विभीषिका लगातार तेज हो रही है। रूस ने यूक्रेन पर ताबड़तोड़ हमले करके वहां बिजली-पानी की आपूर्ति ठप कर दी है।
रूस की सेनाओं ने यूक्रेन पर इस वर्ष 24 फरवरी को जोरदार हमला करके इस संघर्ष की शुरुआत की थी। उसके बाद से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तमाम कोशिशों के बावजूद दोनों देशों के बीच तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। अब तो लगातार युद्ध का प्रभाव बढ़ता ही जा रहा है। हमले के 250 दिन पूरे होने पर अचानक तेज हुए रूसी हमलों से यूक्रेन का पनबिजली ऊर्जा संयंत्र ठप हो गया है। यूक्रेन के कई शहरों में रूस ने ड्रोन से मिसाइलें दागीं। इस कारण राजधानी कीव में जोरदार धमाका हुआ। यूक्रेन के सेना प्रमुख ने फेसबुक पर जारी एक बयान में दावा किया कि रूसी सेना ने यूक्रेन के आधा दर्जन इलाकों में बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने वाले संस्थानों पर बमबारी की।
पूर्वोत्तर खार्किव क्षेत्र के गवर्नर ओलेह सिनेहुबोव ने बताया कि रूसी हमलों से बिजली संकट उत्पन्न हो गया है। यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खार्किव के पचास हजार लोगों सहित डेढ़ लाख से अधिक लोग बिना बिजली रहने को मजबूर हैं। इसी तरह यूक्रेन की राजधानी कीव के 80 प्रतिशत से अधिक लोगों को बिजली के साथ पानी का संकट भी झेलना पड़ रहा है। यूक्रेनी सेना का दावा है कि रूस ने 50 ड्रोन मिसाइलें यूक्रेन की राजधानी कीव को निशाना बनाकर दागीं। इनमें 44 रूसी मिसाइलों को मार गिराया गया। यूक्रेन पुलिस ने इन हमलों में 13 लोगों के जख्मी होने की बात भी कही है।
वैसे यूक्रेन के इन आरोपों पर रूस की ओर से सफाई भी आई है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के बिजलीघरों व अन्य बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने वाले संस्थानों पर हमलों को लेकर कहा कि यूक्रेन ने काला सागर के सुरक्षित समुद्री मार्ग का इस्तेमाल कर रूसी सेना पर ड्रोन से हमला किया। इसी रास्ते से ही संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रयासों से अनाजों के जहाज भेजे जा रहे थे। हमले के विरोध में रूस ने अनाज निर्यात में अपनी साझेदारी रोक दी। पुतिन ने आरोप लगाया कि यूक्रेन ने क्रीमिया में रूसी सेना के बेड़े पर ड्रोन हमले किए थे। इसके जवाब में रूस ने यूक्रेन के बिजली संयंत्रों को निशाना बनाया। पुतिन के इन आरोपों पर यूक्रेन ने सुरक्षित समुद्री गलियारे में हमले से इनकार किया है।