गुवाहाटी, 29 अक्टूबर (हि.स.)। असम सरकार ने शनिवार को गुवाहाटी के पांजाबारी स्थित श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में आयोजित समारोह में असम लोक सेवा आयोग (एपीएससी) की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले 655 उम्मीदवारों को औपचारिक रूप से नियुक्ति पत्र प्रदान किये गये। मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने उम्मीदवारों को नियुक्ति पत्र सौंपे।
डॉ. सरमा ने कहा कि पिछले दो दशकों में हम योग्यता के साथ समझौते के कारण काफी पिछड़ चुके हैं, अन्य राज्य आगे बढ़ गये हैं। नई नियुक्तियों में आने वाले सभी को हर पल जनता के लिए प्रतिबद्ध होना होगा। पिछले एक साल में 40,000 नौकरियां आई हैं।
उन्होंने कहा कि आज हमारे लिए दुखद दिन है। एसीएस अधिकारी रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार हुआ है। गृह विभाग के अधिकारियों के घर से लाखों रुपये बरामद किए गए हैं। अधिकारी के घर से लाखों रुपये निकलेंगे तो आप हम पर कहां भरोसा करेंगे? भ्रष्टाचार के चलन में आज से बदलाव लाना होगा। अगर किसी का हक है तो उसे पाने के लिए अधिकारी को पैसे का भुगतान क्यों करना है? आज असम भ्रष्टाचार से छुटकारा पाना चाहता है।
उन्होंने कहा कि यह पहली बार है कि परीक्षा परिणाम आने के सात दिनों के भीतर नियुक्ति पत्र वितरित किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, “न्याय सभी के लिए एक होगा। बेहतर होगा कि जब तक मैं मुख्यमंत्री हूं, यह न सोचें कि कौन कहां तैनात होगा। भले ही किसी के पिता भाजपा में हों, लेकिन इच्छानुसार कोई पोस्टिंग नहीं है। पोस्टिंग सरकार के हिसाब से होगी।”
मुख्यमंत्री ने नए डीएसपी से गरीबों के लिए लाठी-पिस्तौल का इस्तेमाल नहीं करने का भी आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि एपीएससी में अब भी लालफीताशाही है और इसे खत्म किया जाना है। उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरी पाकर जनता की सेवा करने के लिए तैयार सभी 655 अभ्यर्थियों को हार्दिक बधाई देता हूं। मैं पारदर्शी तरीके से उम्मीदवारों के चयन करने के लिए असम लोक सेवा आयोग को भी धन्यवाद देना चाहूंगा। मैं असम लोक सेवा आयोग से अनुरोध करता हूं कि वह सभी तकनीकी विभागों के इंजीनियरों का चयन करने के लिए एक सामान्य इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा आयोजित करे और लॉटरी मोड के माध्यम से सफल उम्मीदवारों को विभाग आवंटित करने के उपाय करे। अंतर-विभागीय तबादलों की भी जरूरत है।
उन्होंने नवनियुक्त अधिकारियों का आह्वान किया कि सरकार के नए असम के निर्माण प्रक्रिया में तेजी लाने का बीड़ा उठाएं।
इस अवसर पर असम सरकार के मंत्री जगन महन, अशोक सिंघल, जयंत मल्लबरुवा, नंदिता गार्लोसा, राज्य के मुख्य सचिव पवन बोरठाकुर, असम लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष भारत भूषण देब चौधरी और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।