करीमगंज (असम), 29 अक्टूबर (हि.स.)। भारत में अवैध रूप से प्रवेश करने के जुर्म में लंबी जेल की सजा के बाद करीमगंज के सुतारकांदी-बियानी बाजार से शेओला (बांग्लादेश) सीमा लैंड पोर्ट मार्ग से आठ बांग्लादेशी नागरिकों को स्वदेश भेज दिया गया है। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और असम पुलिस ने शनिवार को आठ बांग्लादेशी नागरिकों को शेओला आव्रजन पुलिस और बीजीबी को सौंप दिया।
लंबे समय तक भारत में कैद रहने के बाद उनके घर लौटने की खबर मिलने के बाद उनके रिश्तेदार सुबह से ही शेओला कस्टम पर आ गए थे। भारतीय जेल से रिहा किए गए आठ बांग्लादेशियों में लालमियां काजी, मोहिरउद्दीन, अब्दुल मतीन, लाल मियां, फरीद आलम, अतबुर रहमान, फैमा बेगम और रहीम मियां शामिल हैं।
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सिलचर से छह और गुवाहाटी से दो बांग्लादेशियों को आज सुबह करीमगंज लाया गया। इसके बाद बॉर्डर पुलिस उन्हें सुतरकांदी कस्टम लैंड पोर्ट लेकर आई। शनिवार की दोपहर बीएसएफ और सीमा पुलिस ने कानूनी प्रक्रिया के बाद उन्हें जीरो प्वाइंट पर ले जाकर बांग्लादेश बीजीबी और आव्रजन पुलिस को सौंप दिया।
असम पुलिस के एएसपी (सीमा) सिद्धेश्वर सोनोवाल ने कहा कि शनिवार को आठ बांग्लादेशी नागरिकों को बीजीबी को सौंप दिया गया। ये सभी अवैध रूप से भारत में घुसे थे। सजा खत्म होने के बाद उन्हें उनके देश लौटने की प्रक्रिया शुरू हुई।