शव का उपचार कर अस्पताल ने वसूला 6 लाख का बिल, कांग्रेस का धरना

हैदराबाद, 26 अक्टूबर (हि.स.)। शहर के मलकपेट स्थित यशोदा अस्पताल पर 20 वर्षीय युवती की मौत हो जाने के बाद भी शव का उपचार करके 6 लाख का बिल वसूले जाने का आरोप लगा है। इसके विरोध में कांग्रेस ने अस्पताल के समक्ष धरना देकर आरोप लगाया है कि अस्पताल के प्रबंधक को मुख्यमंत्री का करीबी माना जाता है, इसीलिए पुलिस उन पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।

मूलतः मदीकोंडा ग्राम, काजीपेट निवासी एलबी नगर के रहने वाले ए. सत्यनारायण रेड्डी ने 12 अक्टूबर को डेंगू फीवर से पीड़ित अपनी पुत्री ए. रम्या रेड्डी (20) को यशोदा अस्पताल में भर्ती कराया था। राम्या एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में एक निजी कंपनी में कार्यरत थी। रम्या को भर्ती करके उसका उपचार शुरू किया गया। उपचार के दौरान रम्या की मौत होने पर उसका मृत्यु प्रमाण-पत्र (संख्या 3515) भी जारी कर दिया गया, जिसमें बताया गया कि 14 अक्टूबर की रात 11.39 मिनट पर रम्या की मौत हो गई।

इसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने रम्या के उपचार के संबंध में 6 लाख रुपये का बिल परिजनों को दिया, जिसमें रम्या का 15 अक्टूबर को भी उपचार किये जाने का खर्च दिखाया गया है। उपचार में विभिन्न प्रकार की दवाइयां, चिकित्सा संबंधी उपकरण व व्हाइट सेल युक्त रक्त चढ़ाने व अन्य अस्पताल संबंधी खर्च का विवरण दिया गया। परिजनों का कहना है कि 6 लाख रुपये का बिल वसूलने के बाद ही रम्या का शव सौंपा गया।

रम्या के पिता सत्यनारायण रेड्डी ने सवाल उठाया है कि जब रम्या का निधन 14 अक्टूबर की रात 11.39 बजे होने की अस्पताल प्रबंधन ने पुष्टि करते हुए डेथ सर्टिफिकेट जारी किया, तब 15 अक्टूबर को रम्या का कैसे उपचार किया गया। उन्होंने बताया कि बिल का भुगतान करने के लिए उन्हें अपने गांव का खेत बेचना पड़ा। इस मामले को लेकर कल रात रम्या के अभिभावकों, रिश्तेदारों व स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने यशोदा अस्पताल के समक्ष धरना दिया। विपक्षी कांग्रेस का आरोप है कि इस अस्पताल के प्रबंधक को मुख्यमंत्री का करीबी माना जाता है, इसीलिए पुलिस उन पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।

इस मामले के संबंध में रम्या का उपचार करने वाले डॉ. शशिधर रेड्डी और सुखेन्दर गुप्ता से फोन पर बात की गई लेकिन अस्पताल प्रबंधन के पास रम्या के पिता के सवालों का कोई जवाब नहीं था। उन्होंने अस्पताल आकर बातचीत करने की बात कहकर फोन काट दिया। अस्पताल जाने पर भी दोनों डॉक्टर बात करने के लिए नहीं आए और अस्पताल प्रबंधन की ओर से भी मामले के संबंध में किसी प्रकार का कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया।

अस्पताल के समक्ष विरोध प्रदर्शन करने पर अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस को बुलाया। पुलिस ने विरोध जता रहे लोगों को समझा बुझाकर वहां से हटाया। रम्या के पिता सत्यनारायण रेड्डी ने स्थानीय चादरघाट पुलिस थाने में शिकायत की है। पुलिस मामला दर्ज करके छानबीन में जुटी है।

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