पाकिस्तान की सीमा पर प्रधानमंत्री मोदी ने चौथी बार जवानों के साथ मनाई दिवाली
– दिवाली का अर्थ है ‘आतंक के अंत का त्योहार’ जिसे कारगिल के जवानों ने संभव बनाया
नई दिल्ली, 24 अक्टूबर (हि.स.)। कारगिल में जवानों के साथ दिवाली मनाने पहुंचे प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि हमने कभी भी युद्ध को पहले विकल्प के रूप में नहीं देखा, चाहे लंका में युद्ध हो या कुरुक्षेत्र में। हमने इसे स्थगित करने की आखिरी कोशिश की। हम युद्ध के खिलाफ हैं लेकिन ताकत के बिना शांति नहीं हो सकती। अगर कोई हमें बुरी नजर से देखने की हिमाकत करेगा तो हमारे सशस्त्र बल करारा जवाब देंगे
पाकिस्तान की सीमा पर चौथी बार दिवाली मनाने के लिए सोमवार की सुबह कारगिल पहुंचे प्रधान मंत्री ने जवानों के संग वंदेमातरम गीत गाकर उनमें जोश भरा। प्रधान मंत्री ने जवानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि दिवाली का अर्थ है ‘आतंक के अंत का त्योहार’ और कारगिल ने इसे संभव बनाया। पाकिस्तान के साथ हर युद्ध में कारगिल ने जीत का झंडा फहराया है। यूक्रेन युद्ध के दौरान हमारा राष्ट्रीय ध्वज वहां फंसे हमारे नागरिकों के लिए एक ढाल बन गया। उन्होंने कहा कि दुनिया भर में भारत का सम्मान बढ़ा है। ऐसा इसलिए हो रहा है, क्योंकि भारत अपने आंतरिक और बाह्य दुश्मनों के खिलाफ सफलतापूर्वक खड़ा है।
प्रधान मंत्री ने जवानों से कहा कि जैसे आप सभी सरहदों पर हमारी रक्षा कर रहे हैं, वैसे ही हम देश के भीतर आतंकवाद, नक्सलवाद और भ्रष्टाचार जैसी बुराइयों से लड़ने के लिए काम कर रहे हैं। ‘नक्सलवाद’ ने देश के एक बड़े हिस्से को अपनी गिरफ्त में ले लिया था लेकिन आज वह तेजी से कम हो रहा है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि सशस्त्र बल हमारी सीमा की रक्षा कर रहे हैं, जिससे भारत का प्रत्येक नागरिक चैन की नींद सोता है। मैं भारत के सशस्त्र बलों की भावना को नमन करता हूं, क्योंकि आपके बलिदान ने हमारे देश को हमेशा गौरवान्वित किया है।
प्रधान मंत्री ने कारगिल में सशस्त्र बलों के जवानों के साथ बातचीत में कहा कि मेरे लिए आप सभी वर्षों से मेरा परिवार रहे हैं और आप सभी के बीच दिवाली मनाना मेरा सौभाग्य है। कारगिल में हमारी सेना ने आतंक के फन को कुचलने का काम किया है, जिससे आज देश दिवाली जैसा त्योहार चैन से मना पा रहा है। कारगिल की इस विजयी भूमि से मैं देशवासियों और दुनिया को दिवाली की बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं।
प्रधान मंत्री ने कहा कि मैं उन तीनों सशस्त्र बलों की सराहना करता हूं, जिन्होंने तय किया है कि 400 से अधिक प्रकार के रक्षा उपकरण आयात नहीं किए जाएंगे, बल्कि भारत में बनाए जाएंगे। जब हमारे जवान भारत में बने हथियारों से लड़ेंगे, तो उन्हें दुश्मन को हराने में गर्व महसूस होगा। हम सीमावर्ती क्षेत्रों में निर्बाध कनेक्टिविटी के साथ हाईटेक इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित कर रहे हैं। महिला अधिकारियों को शामिल करने से हमारी शक्ति का विकास होगा।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अबकी 9वीं बार जवानों के साथ दिवाली मना रहे हैं। पिछले साल उन्होंने पाकिस्तान की सीमा पर नौशेरा सेक्टर के अग्रिम क्षेत्र में जवानों के साथ दिवाली मनाई थी।