नई दिल्ली, 24 अक्टूबर (हि.स.)। भारतीय क्रिकेटरों ने सोमवार को देशवासियों को दीपावली की शुभकामनाएं दीं। मौजूदा आईसीसी टी 20 विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ 53 गेंदों में नाबाद 82 रनों की मैच जीताऊ पारी खेलने के बाद स्टार भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली ने प्रशंसकों को दीपावली की शुभकामनाएं दीं।
कोहली ने ट्वीट किया, “आप सभी को दीपावली की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। रोशनी का त्योहार आपके लिए शांति, आनंद और समृद्धि लाए।”
भारतीय सलामी बल्लेबाज केएल राहुल ने भी अपने सभी प्रशंसकों को दीपावाली की शुभकामनाएं देने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया।
राहुल ने ट्वीट किया, “आप सभी को और आपके सभी परिवारों और प्रियजनों को दीपावली की शुभकामनाएं। इस शुभ दिन की रोशनी सभी के लिए महान स्वास्थ्य, समृद्धि और शांति लाए।”
पूर्व भारतीय मध्य क्रम के बल्लेबाज सुरेश रैना ने ट्वीट करके अपने प्रशंसकों को शुभकामनाएं दीं, रैना ने ट्वीट किया, “रोशनी, प्यार और खुशियों के इस भव्य त्यौहार को अपने प्रियजनों के साथ मनाए। मैं अपने पिता की यादगार लम्हों को मिस कर रहा हूं। उनकी उपस्थिति से दीवाली और अधिक गर्म और उज्जवल होती। मैं आप सभी को एक मजेदार और समृद्ध दीपावली की शुभकामनाएं देता हूं।”
भारतीय सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल ने भी अपने प्रशंसकों को “शांति, प्रेम और आनंद से भरी दीपावली” की शुभकामनाएं दीं।
गिल ने ट्वीट किया, “इस खुशी के मौके पर, मैं आपको शांति, प्रेम और आनंद से भरी दीपावली की शुभकामनाएं देता हूं।”
पूर्व भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह ने भी दीपावली की शुभकामनाएं दीं।
हरभजन ने ट्वीट किया, “आपको और आपके परिवार को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ। दीपावली पर देवी लक्ष्मी आपके सुख, समृद्धि, स्वास्थ्य और खुशियों को धन, वैभव, प्रसिद्धि और ऐश्वर्य के साथ बढ़ाएं।”
बता दें कि रोशनी का त्यौहार दीपावली भगवान राम की 14 साल के वनवास के बाद अयोध्या वापसी का प्रतीक है।
हिंदू पौराणिक कथाओं में कहा गया है कि भगवान राम रावण का वध करने और 14 साल वनवास बिताने के बाद दीपावली पर अयोध्या लौटे थे। लोग रोशनी के त्योहार के हिस्से के रूप में देवी लक्ष्मी, भगवान गणेश और कुबेर से स्वास्थ्य, धन और समृद्धि की कामना करते हैं।
पहले दिन के रूप में धनतेरस या धन त्रयोदशी और अंतिम दिन भाई दूज के साथ, दीपावली का उत्सव पांच दिनों तक चलता है। गोवत्स द्वादशी एक दिन पहले महाराष्ट्र में दीपावली की शुरुआत का प्रतीक है। उत्सव 21 अक्टूबर को महाराष्ट्र में शुरू हुआ।