नई दिल्ली, 22 अक्टूबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के दुधवा-पीलीभीत के तराई में देश का 33वां हाथी अभ्यारण्य विकसित किया जाएगा। यह जानकारी शनिवार को केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु मंत्री भूपेन्द्र यादव ने ट्वीट करके दी। उन्होंने बताया कि दुधवा-पीलीभीत के तराई में हाथी अभ्यारण्य निर्माण को मंजूरी दी गई है। यह भारत का 33 वां हाथी अभ्यारण्य होगा और सीमापार प्रवासी हाथियों की आबादी के संरक्षण में मदद करेगा।
उन्होंने कहा कि सरकार सभी वन्यजीवों की रक्षा के पथ पर अडिग है। उल्लेखनीय है कि दुधवा-पीलीभीत नेशनल पार्क 811 वर्ग किलोमीटर दलदली भूमि, घास के मैदान और घने जंगलों में फैला हुआ बड़ा नेशनल पार्क है। यहां 38 से अधिक स्तनधारियों, 16 प्रजातियों के सरीसृपों और पक्षियों की कई प्रजातियों के लिए सुरक्षित और संरक्षित जगह है। दुधवा नेशनल पार्क में टाइगर, गैंडा, दलदली हिरण, हाथी, चीतल, काकर, जंगली सूअर, सांभर, रीसस बंदर, लंगूर, सुस्त भालू, सांभर, हॉग हिरण, नीला बैल, साही, औटर, कछुए, अजगर, मॉनिटर छिपकली, मोगर, घड़ियाल आदि जंगली जानवर बहुतायत है।