नई दिल्ली, 19 अक्टूबर (हि. स.)। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार को विज्ञान भवन में पर्यटन मंत्रालय द्वारा आयोजित “पर्यटक पुलिस पर राष्ट्रीय सम्मेलन” में प्रतिभागियों को सम्बोधित किया।
देश में पर्यटन के अनंत विकल्पों का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि भारत प्राकृतिक संसाधन, ऐतिहासिक स्थल,पुरातात्विक स्मारक, एवं धार्मिक स्थल से परिपूर्ण देश है जो वैश्विक स्तर पर पर्यटन के लिए विख्यात हैं। उन्होंने विचार व्यक्त किया कि आज के समय में पर्यटन केवल यात्राओं तक ही सीमित नहीं है, आज भारत अध्यात्म, योग, आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा के हब के रुप में पूरी दुनिया में जाना जाता है। विभिन्न क्षेत्रों में भारत के बढ़ते प्रभाव का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि आज मेडिकल टुरिज़म के साथ साथ भारत इकोटूरिज्म, बिजनेस टूरिज्म और एजुकेशन टुरिज्म के लिए एक महत्वपूर्ण गंतव्य स्थान के रूप में उभर रहा है।
पर्यटन क्षेत्र में बढ़ते डिजिटलीकरण के विषय में बिरला ने कहा कि आज के इनफार्मेशन युग में सभी पर्यटक मोबाईल द्वारा अपनी यात्रा से जुड़ी हर जानकारी प्राप्त करते हैं। श्री बिरला ने एक मोबाइल एप्लिकेशन विकसित करने पर जोर दिया जो पर्यटकों को उनके गंतव्य स्थानों से संबंधित सभी सूचनाएं कई भाषाओँ में प्रदान करे। उन्होंने कहा कि सुरक्षित और आरामदायक यात्रा सुनिश्चित करने के लिए यह ऐप अन्य सुविधाओं के अलावा होटल, टैक्सी, गाइड आदि के बारे में अद्यतन और पूरी जानकारी प्रदान करे और आवश्यकता अनुसार पुलिस सहायता उपलब्ध करने में सहयोग करे। लोकसभा अध्यक्ष ने पर्यटकों के खिलाफ अपराधों के मामले में त्वरित पुलिस कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि इस तरह के कदम पर्यटकों का विश्वास बढ़ाते हैं और अच्छे वातावरण का निर्माण करते है।
बिरला ने पर्यटन सुरक्षा की दृष्टि से कई राज्य सरकारों द्वारा पर्यटक पुलिस की स्थापना का स्वागत किया तथा सभी राज्यों एवं केन्द्र सरकार को आपस में बेस्ट प्रैक्टिसेज सांझा करने के लिए सलाह दी ।
पर्यटकों को बेहतर सुरक्षा देने के विषय में बिरला ने कहा कि प्रभावी सुरक्षा हेतु पर्यटक पुलिस को पर्याप्त प्रशिक्षण देना आवश्यक है तथा इन पुलिस कर्मियों को कई भाषाओं का ज्ञान होना चाहिए और नई तकनीक का उपयोग भी आना चाहिए।
भारत द्वारा आगामी जी-20 सम्मेलन की मेजबानी का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि जी-20 देशों के राष्ट्र अध्यक्ष, लीडर्स, और अधिकारी देश के प्रमुख पर्यटन स्थलों का भी भ्रमण करेंगे। यह इवेंट हमें लोकप्रिय पर्यटन क्षेत्रों में सुरक्षा और पुलिस व्यवस्था में सुधार करने का अवसर प्रदान करेगी । बिरला ने कहा कि जिस देश में कानून व्यवस्था जितनी बेहतर होती है, वहाँ उतने ही अधिक टुरिस्ट आते हैं। अतः पुलिस को इसी दृष्टि से प्रशिक्षित करना आवशयक है। उन्होंने आगे कहा कि पर्यटकों के साथ पर्यटक पुलिस का संबंध मैत्रीपूर्ण होना चाहिए तथा पर्यटन में विस्तार के साथ साथ पर्यटकों के लिए सुविधाओं और सुरक्षा में वृद्धि हो।
भाषा ज्ञान पर ज़ोर देते हुए बिरला ने कहा कि भाषा व्यक्ति को संस्कृति और देश से जोड़ने का माध्यम है और इसलिए सभी पर्यटक स्थलों पर बहुभाषीय पर्यटक हेल्पलाइन की सुविधा हों, जो पर्यटकों को उनकी भाषा में जानकारी प्रदान कर सके। इसी के साथ टुरिस्ट गाइड, विशेषतः महिला गाइड, बहुभाषी होने चाहिए।
कोरोना काल का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि वैश्विक महामारी के कारण कई देशों के अंदर पर्यटन सेक्टर प्रभावित हुआ तथा अर्थव्यवस्था पर विपरीत असर पड़ा। इससे यह समझा जा सकता है कि आर्थिक, सामाजिक बदलाव और रोजगार के दृष्टिकोण से पर्यटन किसी भी देश का एक महत्वपूर्ण आधार है।