अहमदाबाद, 18 अक्टूबर (हि.स.)। गुजरात की दो दिन के दौरे पर आए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को अहमदाबाद में कांग्रेस कार्यालय में कहा कि उत्तर प्रदेश के चुनाव में जीत के बाद से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुजरात में चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं, इससे प्रधानमंत्री कार्यालय का कार्य प्रभावित हो रहा है। प्रधानमंत्री के पास काफी काम होते हैं, उन्हें एक दफ्तर गुजरात में भी खोल लेना चाहिए ताकि काम प्रभावित ना हो।
गहलोत ने प्रधानमंत्री मोदी व केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के गुजरात दौरों पर सरकारी धन व साधनों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए कहा कि दूसरे राज्यों की सरकार को धनबल के सहारे गिराया जा रहा है। गहलोत ने कहा कि राजनीति में धनबल का यह प्रयोग लोकतंत्र के लिए खतरनाक है। उन्होंने देश में लोकतंत्र एवं संविधान को खतरे में बताते हुए कहा कि सरकार मनमानी कर रही है, जनता परेशान हो रही है। गहलोत ने पेंशन योजना को फिर से बहाल करने को बड़ा कदम बताते हुए कहा कि पंजाब, छत्तीसगढ़ ने भी इसे अपनाया है और कांग्रेस चुनाव जीतती है तो हिमाचल प्रदेश और गुजरात में भी इसे लागू करेगी। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से देशभर के कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन स्कीम को लागू करने की अपील की है।
गहलोत ने कहा कि गुजरात में बहुत भ्रष्टाचार है, राज्य में आम व मध्यम वर्ग के परिवार काफी परेशान हैं। युवाओं को ठेके पर नौकरी दी जा रही है। उन्होंने रुपाणी सरकार को बदलने पर सवाल उठाते हुए कहा कि ऐसा क्या हुआ जो पूरी सरकार बदलनी पड़ी। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को भला आदमी बताते हुए गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री की मौजूदगी में उनका मान सम्मान के साथ उनके पद की गरिमा का खयाल नहीं रखा जाता, उन्हें प्रधानमंत्री की कार के साथ पैदल चलना पडता है।