नई दिल्ली, 18 अक्टूबर (हि. स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिस ‘पंच प्रण’ की बात बीते 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से की थी, हिन्दुस्थान समाचार बहुभाषी न्यूज एजेंसी उसे केंद्र में रखकर इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) के साथ ‘दीपोत्सव: पंच प्रण’ कार्यक्रम की श्रृंखला प्रारंभ कर रहा है। पहला कार्यक्रम 20 से 22 अक्टूबर तक राष्ट्रीय राजधानी स्थित आईजीएनसीए परिसर में मनाया जायेगा। इस अवसर पर ‘पंच प्रण’ लेते हुए प्रत्येक दिन 7,500 दीप जलाए जाएंगे। कार्यक्रम का आदर्श वाक्य ‘एक दीप राष्ट्र के नाम’ है।
इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में पांच सत्रों में व्याख्यान आयोजित किए जायेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 15 अगस्त 2022 को लाल किले की प्राचीर से घोषित ‘पंच प्रण’ को केंद्र में रखकर व्याख्यान के पांच विषय और सत्र निर्धारित किये गए हैं।
व्याख्यान के पांचों विषय इस प्रकार हैं: विकसित भारत, औपनिवेशिकता से मुक्ति अर्थात ‘स्व-तंत्र’ को साकार करना, संस्कृति और धरोहर, एकता-एकात्मता एवं नागरिकों में कर्तव्य की भावना। इन विषयों पर अलग-अलग सत्र में वक्तागण अपने विचार प्रकट करेंगे। तीनों दिन संध्या में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
इसके अलावा कार्यक्रम में देशी ठाठ से बने माटी के कारीगरों के घर, लोक गीतों की धुन, प्रत्येक दिन 7500 दीप माला, गाय के गोबर से बने दीप के स्टॉल, गोवा की लोक परंपरा में होने वाले दीप- नृत्य का प्रदर्शन, पंच प्रण पर चित्रकारी, रंगोली और कविता पाठ प्रतियोगिता व ‘पंच प्रण’ पर सुंदर प्रदर्शनी आकर्षण का प्रमुख केंद्र होंगे।