नई दिल्ली, 17 अक्टूबर (हि.स.)। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) ने आगामी मिनी-नीलामी के लिए दस फ्रेंचाइजी को 15 नवंबर तक रिटेन किए गए खिलाड़ियों की सूची जमा करने को कह कर प्रक्रिया शुरू कर दी है। हालांकि नीलामी की तारीख अभी तय नहीं की गई है, लेकिन यह दिसंबर के तीसरे सप्ताह में होने की उम्मीद है।
पिछले साल की मेगा नीलामी के विपरीत, जब दो नई फ्रेंचाइजी जोड़ी गईं और पुरानी टीमें अधिकतम चार खिलाड़ियों को रिटेन कर सकती थीं, आईपीएल 2023 से पहले मिनी-नीलामी के लिए ऐसी कोई सीमा नहीं है। पिछले प्रक्रिया से बचे हुए पैसों के अलावा नीलामी में, प्रत्येक टीम के पास खर्च करने के लिए अतिरिक्त 5 करोड़ रुपए होंगे, जिससे कुल नीलामी पर्स 95 करोड़ रुपए हो जाएगी।
पंजाब किंग्स के पास पिछले साल की नीलामी के बाद सबसे बड़ा पर्स (3.45 करोड़ रुपए) बचा था, जबकि लखनऊ सुपर जायंट्स ने अपना पूरा पर्स समाप्त कर दिया था। चेन्नई सुपर किंग्स के पास 2.95 करोड़ रुपए शेष थे, उसके बाद रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (1.55 करोड़ रुपए), राजस्थान रॉयल्स (0.95 करोड़ रुपए) और कोलकाता नाइट राइडर्स के पास 0.45 करोड़ रुपए थे। गत चैंपियन गुजरात टाइटंस के पास 0.15 करोड़ रुपये (लगभग 18,000 अमेरिकी डॉलर) बचे थे, जबकि तीन टीमों- मुंबई इंडियंस, सनराइजर्स हैदराबाद और दिल्ली कैपिटल्स के पास 0.10 करोड़ रुपये थे।
फ्रैंचाइजी के पास छोटे पर्स होने के बावजूद, अतीत में मिनी-नीलामी में कुछ महंगे खिलाड़ी बिके हैं। 2021 की नीलामी में, दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज क्रिस मॉरिस सबसे महंगे खिलाड़ी बने थे, जब रॉयल्स ने उन्हें 16.25 करोड़ रुपए में खरीदा, जो कि 2015 में भारत के ऑलराउंडर युवराज सिंह के लिए दिल्ली की बोली से 25 लाख रुपये अधिक था।
वहीं, 2020 में पैट कमिंस को नाइट राइडर्स से 15.5 करोड़ रुपये मिले, जबकि बेन स्टोक्स का पहला आईपीएल वेतन चेक 2017 में राइजिंग पुणे सुपरजायंट से 14.50 करोड़ रुपये का था।
स्टोक्स के साथ उनके इंग्लैंड टीम के साथी सैम करन और ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर कैमरन ग्रीन कुछ ऐसे विदेशी खिलाड़ी हैं, जिनकी फ्रेंचाइजी नीलामी में प्रवेश करने पर सबसे बड़ी बोली लग सकती है।