हस्तशिल्प उद्योग बर्बादी को कम कर सकता है: राजवर्धन सिंह

मुरादाबाद, 16 अक्टूबर (हि.स.)। मुरादाबाद हैंडीक्राफ्ट एक्सपोर्ट एसोसिएशन के महासचिव व आईएचजीएफ दिल्ली मेला आटम-2022 स्वागत समिति के अध्यक्ष अवधेश अग्रवाल ने बताया कि ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर में आयोजित हो रहे पांच दिवसीय आईएचजीएफ दिल्ली मेला-आटम 2022 में तीसरे दिन भी विदेशी ग्राहकों की भीड़ उमड़ी। इसके साथ मध्य प्रदेश सरकार में औद्योगिक नीति एवं निवेश संवर्धन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने आईएचजीएफ दिल्ली मेले का दौरा किया।

कैबिनेट मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने उन्होंने ईपीसीएच के अध्यक्ष राज मल्होत्रा, महानिदेशक राकेश कुमार, आईएचजीएफ दिल्ली मेला आटम-2022 स्वागत समिति के अध्यक्ष व ईपीसीएच के प्रमुख सदस्य निर्यातक अवधेश अग्रवाल से मुलाकात की। इस मौके पर उन्होंने मध्य प्रदेश में विशेष रूप से सूक्ष्म उद्यमों विशेषकर हस्तशिल्प एवं पारम्परिक उत्पाद के लिए व्यापार को बढ़ावा देने के अवसरों का पता लगाने की संभावनाओं पर विचार किया। उन्होंने आज के पर्यावरण से संबधित मुद्दों पर विचार किया और यह भी इंगित किया कि कैसे हस्तशिल्प उद्योग बर्बादी को कम करने के लिए विवेकपूर्ण तरीके से संसाधनों का उपयोग करने में कदम से कदम मिलाकर काम कर सकता हैं।

अवधेश अग्रवाल ने बताया कि अमरीका से आई सारा यहां हैंडबैग, किचन के लिए टेक्सटाइल और महिलाओं के परिधान खरीदने के इच्छुक हैं। सारा ने साझा किया कि हम मेले में आपूर्तिकर्ताओं और उत्पादों के संग्रह को देखकर खुश हैं और हमे यहां उपयोगी व्यवसायिक कनेक्शन मिलने की उम्मीद हैं। आस्ट्रेलिया की क्रिस्टीन भारत से फैशन के सामान और एंटीक फर्नीचर खरीदती हैं।

रविवार को फेयर के तीसरे दिन भी बायर्स ने बड़ी संख्या मे भाग लिया व ग्राहकों ने निर्यातकों से माल का आर्डर के लिए काफी जानकारी ली। फेयर में बायर्स को यहां सभी प्रकार का समान देखने को मिल रहा। सभी बायर्स ब्रास, स्टील, ल्युमीनियम, ग्लास, वुड, स्टोन, आयरन सभी के मिक्स एंड मैच आइटमों में ग्राहक काफी रूचि प्रकट कर रहे हैं।

मुरादाबाद के निर्यातकों ने बताया कि खरीदारों को शो का हिस्सा बनने में आनंद की अनुभूति हो रही है और वे अपने नियमित और नये आपूर्तिकर्ताओं से सोर्सिंग करने के इच्छुक हैं। जर्मनी के माइकल क्रेमर और उटे नौमान ने लैंप शेड्स को बहुत आकर्षक पाया। वे नियमित आगंतुक हैं और वहां फर्नीचर और होम डेकोर के लिए आए हैं।

इस अवसर पर ईपीसीएच के महानिदेशक और आईईएमएल के चेयरमैन डा. राकेश कुमार ने बताया कि ईपीसीएच दुनिया भर के विभिन्न देशों में भारतीय हस्तशिल्प निर्यात को बढ़ावा देने और उच्च गुणवत्ता वाले हस्तशिल्प उत्पादों और सेवाओं के एक विश्वसनीय आपूतिकर्ता के रूप में विदेशों में भारत की छवि बनाने के जिम्मेदार एक नोडल संस्थान हैं।

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