वाशिंगटन, 15 अक्टूबर (हि.स.)। अमेरिका के भीतर पाकिस्तान को लेकर विरोध के स्वर गंभीर होते जा रहे हैं। अमेरिकी संसद में मांग उठी है कि 1971 में पाकिस्तानी सशस्त्र बलों द्वारा बंगालियों और हिंदुओं के खिलाफ किए गए अत्याचारों को ‘नरसंहार’ घोषित किया जाए।
अमेरिका के दो प्रभावशाली सांसदों रो खन्ना और सांसद सीव चाबोट ने अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में प्रस्ताव पेश कर पाकिस्तान सरकार से ऐसे नरसंहार में उसकी भूमिका के लिए बांग्लादेश के लोगों से माफी मांगने के लिए भी कहा है। प्रस्ताव में कहा गया है कि बांग्लादेश में 1971 में नरसंहार हुआ था और लाखों लोग मारे गए थे। इन लाखों मृतकों में से अस्सी प्रतिशत हिंदू थे। प्रस्ताव में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से पाकिस्तानी सेना द्वारा 1971 में बंगाल के लोगों पर किये गए अत्याचार को ‘नरसंहार’ करार देने का अनुरोध किया गया है।
रिपब्लिकन पार्टी के सांसद चाबोट ने ट्वीट करते हुए लिखा कि हमें वर्षों बाद भी उन लाखों लोगों को नहीं भूलना चाहिए, जो नरसंहार में मारे गए थे। नरसंहार की बात स्वीकारने से ऐतिहासिक रिकॉर्ड मजबूत होता है, हमारे साथी अमेरिकी जागरूक होते हैं और साथ ही भविष्य के साजिशकर्ताओं को यह पता चलता है कि ऐसे अपराधों को बख्शा या भुलाया नहीं जाएगा।