08HNAT56 नासिकः जलती बस से कूदकर बहन और उसके दो बच्चों की भी जान बचाई
मुंबई, 08 अक्टूबर (हि.स.)। नासिक जिले में आज सुबह हुए बस हादसे में जलती बस की खिड़की से कूदकर वाशिम जिले के गणेश लांडगे ने खुद की और अपनी बहन तथा उसके दो छोटे बच्चों की जान बचाई।
गणेश लांडगे ने बताया कि जब बस में आग लगी तो माहौल बहुत ही डरावना हो गया था। लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे, लेकिन ऊपर वाले की कृपा से वे अपनी बहन और उनके दो बच्चों की जान बचाने में सफल रहे।
गणेश लांडगे की बहन ने बताया कि नासिक पहुंचने से पहले बस रुक गई थी, इसके बाद हम सो गए थे। कुछ देर बाद अचानक हादसा हो गया। हमारी नींद अचानक टूट गई और हमने अपने चारों ओर आग ही आग देखी। यह बहुत डरावना मंजर था। लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे। यह एक भयानक नजारा था। मेरे छोटे भाई ने भीड़ के माध्यम से अपना रास्ता बनाया और हमें खिड़की से बाहर निकाला। फिर हमने अपनी जान बचाई । हम कैसे निकले, भगवान ही जानते हैं।
वासिम जिले की पूजा गायकवाड़ ने बताया कि हम मुंबई जा रहे थे। जब यह हादसा हुआ तो हम सो रहे थे, इसलिए हादसा कैसे हुआ, पता नहीं। हादसे के बाद पूरी बस में चीख पुकार मच गई तो अचानक हमारी नींद खुल गई। किसी तरह खिड़की से कूदकर हमने जान बचाई। अनिता चौधरी ने भी हादसे के समय की स्थिति का कुछ इसी तरह बयां की है। उन्होंने बताया कि वे अपनी बेटी के साथ यात्रा कर रही थीं। भगवान की कृपा से बाल- बाल बच गईं। इसी तरह एक अन्य यात्री धोत्रे ने बताया कि जब बस में आग लगी तो हम सो रहे थे लेकिन हादसा होते ही लोग जोर जोर से चीखने चिल्लाने लगे। किसी तरह प्रयास करके वह बस से सुरक्षित बाहर निकल सके।
दरअसल, आज तड़के नासिक में हुए बस हादसे में 12 लोगों की मौत हो गई और 28 जख्मी हैं। मुख्यमंत्री ने घटना की उच्चस्तरीय जांच का आदेश दिया है लेकिन जो लोग बच गए हैं, वे अभी भी एक अलग किस्म के सदमे में हैं।