07HNAT39 गुजरात का मोढेरा बनेगा देश का सर्वप्रथम सोलर पावर्ड विलेज, प्रधानमंत्री 9 अक्टूबर को करेंगे घोषणा
अहमदाबाद, 7 अक्टूबर (हि.स.)। सूर्य मंदिर के लिए प्रख्यात गुजरात के मेहसाणा जिले का मोढेरा अब सोलर पावर्ड विलेज यानी सौर ऊर्जा संचालित गांव के रूप में पहचाना जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 9 अक्टूबर को मोढेरा को देश का प्रथम राउंड दी क्लॉक बैटरी एनजी स्टोरेज सिस्टम (बीईएसएस) बेस सोलर पावर्ड विलेज के रूप में घोषणा करेंगे।
मोढेरा के सोलार पावर प्रोजेक्ट के संबंध में शुक्रवार को मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने कहा कि मुझे खुशी है कि स्वच्छ ऊर्जा उत्पन्न करने के प्रधानमंत्री के विजन को साकार करने में गुजरात फिर एक बार अगुवा बना है। वर्ष 2030 तक भारत की 50 फीसदी ऊर्जा की जरूरत को रिन्यूएबल एनर्जी (गैर परंपरागत ऊर्जा) के उत्पादन से पूर्ण करने के उनके संकल्प को साकार करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं।
मोढेरा की उपलब्धि पर स्थानीय सरपंच जनत ठाकोर का कहना है कि सौर ऊर्जा के उपयोग से नागरिकों की समृद्धि बढ़ेगी। पहले घर का बिल एक हजार रुपये से अधिक आता था, अब जीरो हो गया है। सभी घरों के ऊपर बगैर किसी खर्च के सोलर पैनल लगाए गए हैं। हमारी उत्पादित बिजली जमा होती है और अतिरिक्त बिजली के रुपये भी मिलते हैं।
मोढेरा सूर्य मंदिर और नगर का सोलराइजेशन
केन्द्र सरकार और गुजरात सरकार ने बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम बेस (बीईएसएस) के साथ जुड़े सोलार पावर प्रोजेक्ट के जरिए मोढ़ेरा को 24 गुणे 7 सोलार एनर्जी प्रदान करने का प्रोजेक्ट बनाया। इसके लिए मोढेरा के सूर्य मंदिर से करीब 6 किलोमीटर की दूरी पर मेहसाणा के सज्जनपुरा में मोढेरा सूर्य मंदिर और नगर का सोलेराइजेशन शुरू किया गया। गुजरात सरकार ने इस प्रोजेक्ट के लिए 12 हेक्टेयर जमीन आवंटित की थी। केन्द्र सरकार और गुजरात सरकार ने दो चरणों में 50-50 फीसदी भागीदारी के अनुसार 80.66 करोड़ रुपए खर्च किए। यानी प्रथम चरण में 69 करोड़ और दूसरे चरण में 11.66 करोड़ रुपये खर्च किए गए। सोलार पैनल के जरिए दिन के दौरान पावर सप्लाई किया जाता है और शाम को बेस के जरिए घरों में बिजली की आपूर्ति की जाती है।
प्रोजेक्ट की खासियत
इस प्रोजेक्ट के जरिए मोढेरा देश का पहला गांव बनेगा, जो नेट रिन्यूएबल एनर्जी पैदा करेगा। इसके अलावा सौर ऊर्जा आधारित अल्ट्रामॉर्डन इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन वाला यह पहला आधुनिक गांव होगा। देश की प्रथम ग्रिड कनेक्टेड एमडब्ल्यूएच स्केल बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम लोगों के बिजली बिल में 60 से 100 फीसदी तब बचत करेगी।
सूर्य मंदिर का सोलेराइजेशन
सूर्यमंदिर में हेरिटेज लाइटिंग और 3-डी प्रोजेक्शन सौर ऊर्जा पर काम करेगा। यह 3-डी प्रोजेक्टशन पर्यटकों को मोढेरा के इतिहास से अवगत कराएगा। यह प्रोजेक्शन शाम को 15 से 18 मिनट तक चलाया जाएगा। मंदिर परिसर में हेरिटेज लाइटिंग लगाया गया है। इस लाइटिंग को देखने के लिए लोग शाम 6 बजे से रात 10 बजे तक आ सकेंगे। 3-डी प्रोजेक्शन रोजाना शाम 7 बजे से 7.30 बजे तक ऑपरेट किया जाएगा।