Election Commission :असंगठित क्षेत्र में काम करने वालों को मतदान के दिन मिलेगा अवकाश, मुख्य चुनाव आयुक्त ने की घोषणा

03HNAT19 असंगठित क्षेत्र में काम करने वालों को मतदान के दिन मिलेगा अवकाश, मुख्य चुनाव आयुक्त ने की घोषणा

नई दिल्ली, 03 अक्टूबर (हि.स.)। मतदाताओं को जागरूक करने के मकसद से आकाशवाणी और मुख्य निर्वाचन आयोग ने संयुक्त रूप से तैयार मतदाता जंक्शन कार्यक्रम की शुरुआत की। सोमवार को आयोजित कार्यक्रम में 52 एपिसोड की साप्ताहिक श्रृंखला की शुरुआत की गई। 15 मिनट के मतदाता जंक्शन कार्यक्रम को 7 अक्टूबर से 23 भाषाओं एवं 182 बोलियों में आकाशवाणी के सभी चैनलों पर प्रसारित किया जाएगा।

इस मौके पर भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि मतदाता जंक्शन से लोगों को जोड़ने में आकाशवाणी और चुनाव आयोग की जुगलबंदी एक सशक्त माध्यम बनेगी। यह देश के युवाओं को मतदान के प्रति जागरूक करने का काम करेगी। इस मौके पर उन्होंने कहा कि देश में मतदान के दिन अवकाश घोषित होता है। लेकिन असंगठित क्षेत्रों एवं निजी संस्थानों में भी कर्मचारियों को छुट्टी मिलेगी ताकि वे अपना मतदान कर सकें। इसके लिए आयोग ने राज्य आयोग के माध्यम से असंगठित क्षेत्रों के लोगों से चर्चा की है। इसके लिए ब्लॉक स्तर पर नोडल अधिकारी भी तैनात किये गए हैं, जो यह सुनिश्चित करेंगे कि ईंट भट्टे जैसे असंगठित कार्य क्षेत्रों में कामगार वोट दें सकें। उन्होंने कहा कि मतदान को सुचारु और सफल रूप से करवाने के लिए आयोग वोटर लिस्ट में युवाओं को जोड़ने से लेकर चुनावी ड्यूटी लगाने तक सभी स्तर पर काम कर रहा है।

इस मौके पर प्रसार भारती के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) मयंक कुमार अग्रवाल ने कहा कि मतदाता जंक्शन नागरिकों को उनकी भाषा में मतदान के महत्व और उससे जुड़े सवालों का उत्तर देने का कार्यक्रम है। इसके 52वें एपिसोड में लोगों के सभी सवालों के उत्तर होंगे। यही नहीं, लोग हर शुक्रवार को प्रसारित होने वाले कार्यक्रम में भी अपनी शंकाओं और सवालों के जवाब जान सकते हैं। इस कार्यक्रम में चुनाव आयुक्त अनूप चंद्र पांडे, आकाशवाणी की महानिदेशक वसुधा गुप्ता और अभिनेता पंकज त्रिपाठी उपस्थित थे।

मतदाता जंक्शन क्या है

इसके तहत प्रत्येक शुक्रवार को विविध भारती स्टेशनों, एफएम रेनबो, एफएम गोल्ड और आकाशवाणी के प्राथमिक चैनलों पर 15 मिनट की अवधि के 52 एपिसोड का कार्यक्रम प्रसारित किया जाएगा। प्रत्येक कार्यक्रम चुनावी प्रक्रिया की एक विशेष थीम पर आधारित होगा। सभी 52 थीम का उद्देश्य सभी योग्य नागरिकों, विशेष रूप से युवा और पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं को प्रोत्साहित करना है। प्रश्नोत्तरी, विशेषज्ञों के साक्षात्कार और चुनाव आयोग की स्वीप (सिस्टमैटिक वोटर्स एजुकेशन एंड इलेक्टोरल पार्टिसिपेशन) टीम द्वारा निर्मित गीतों को हर एपिसोड में चलाया जाएगा। इस कार्यक्रम में एक सिटीजन कॉर्नर शामिल है जहां कोई भी नागरिक मतदान के किसी भी पहलू पर प्रश्न पूछ सकता है या सुझाव दे सकता है।

मतदाता जंक्शन 23 भाषाओं में आयोजित किया जाएगा

मतदान जंक्शन 23 भाषाओं में प्रसारित किया जाएगा। जिसमें असमिया, बंगाली, अंग्रेजी, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, कश्मीरी, कोंकणी, मलयालम, मणिपुरी, मराठी, नेपाली, उड़िया, पंजाबी, संस्कृत, सिंधी, तमिल, तेलुगु, उर्दू, बोडो, संथाली, मैथिली और डोगरी शामिल है।

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