नई दिल्ली, 30 सितंबर (हि.स.)। अरुणाचल प्रदेश भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) बल के जैज़ बैंड ने अरुणाचल प्रदेश में चार दिवसीय उत्सव को शुरू करने के लिए संगीत के जीरो महोत्सव में एक शानदार प्रदर्शन प्रस्तुत किया। आईटीबीपी के प्रवक्ता विवेक पांडेय ने बताया कि आईटीबीपी बैंड ने स्थानीय आबादी और संगीत प्रेमियों की मौजूदगी में शानदार प्रदर्शन किया है।
आईटीबीपी जैज बैंड ने कई गाने और कार्यक्रम तैयार किए हैं। ‘हिमालय के प्रहरी’ के रूप में जाना जाने वाली आईटीबीपी हिमालयी सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थानीय आबादी के दिल और दिमाग को जीतने के लिए वर्षों से कई नागरिक कार्रवाई कार्यक्रम और सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम चलाती रही है।
आईटीबीपी के महानिदेशक डॉ सुजॉय लाल थाउसेन ने आईटीबीपी टीम को महोत्सव में शामिल होकर जनता से जुड़ने और आईटीबीपी जैज बैंड द्वारा उच्च गुणवत्ता वाले प्रदर्शन के लिए बधाई दी।
13 सदस्यीय आईटीबीपी जैज बैंड ने जीरो फेस्टिवल ऑफ़ म्यूजिक के उत्सव की शुरुआत करने के लिए सात स्व-रचित गीत और एक वाद्य यंत्र प्रस्तुत किए। त्योहार के लिए सभी गाने और वाद्य संगीत विशेष रूप से बनाए गए थे।
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने महोत्सव में आईटीबीपी बैंड के प्रदर्शन की सराहना की। उन्होंने ट्वीट कर कहा “आज से शुरू हुए जीरो फेस्टिवल ऑफ म्यूजिक में हिमवीर आईटीबीपी जैज बैंड द्वारा अच्छा प्रदर्शन। यह उत्सव 10 साल पहले शुरू हुआ था और अब स्वतंत्र रॉक प्रेमियों और दुनिया भर के प्रतिभागियों को देखने के लिए एक प्रमुख आकर्षण बन गया है। आओ उत्सव का हिस्सा बनें।”
आईटीबीपी भारत-चीन सीमाओं के 3,488 किलोमीटर की सुरक्षा कर रहा है जिसमें अरुणाचल प्रदेश की सीमाएं भी शामिल हैं। बल को 2004 से राज्य में सीमाओं की रक्षा के लिए तैनात किया गया है।