30HNAT57 डीसीडब्ल्यू ने सीबीआई को पत्र लिखकर बच्चों के अश्लील वीडियो के मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की
नई दिल्ली, 30 सितंबर (हि.स.)। दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने सीबीआई निदेशक को पत्र लिखकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर बच्चों के अश्लील वीडियो और बलात्कार के वीडियो एवं संबंधित तस्वीरों की उपलब्धता के मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है।
डीसीडब्ल्यू ने बच्चों के साथ यौन गतिविधियों को दर्शाने वाले 14 और ट्वीट्स की पहचान की है। इनमें से कुछ ट्वीट्स तो यहां तक कि मां के छोटे बेटे द्वारा बलात्कार को भी चित्रित कर रहे हैं।
स्वाति मालीवाल ने सीबीआई निदेशक को एक पत्र लिखकर मामले में प्राथमिकी दर्ज करने और शामिल अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है।
इससे पूर्व दिनांक 20 सितंबर 2022 को, मालीवाल ने ट्विटर पर चाइल्ड पोर्नोग्राफी और बलात्कार के वीडियो को दर्शाने वाले ट्वीट्स पर ट्विटर इंडिया पॉलिसी हेड और दिल्ली पुलिस साइबर सेल को तलब किया था। इन आपराधिक कृत्यों में लिप्त कुछ ट्विटर अकाउंट एक रैकेट चलाते हुए दिखाई दे रहे थे, जिसमें उनके द्वारा बच्चों के अश्लील और बलात्कार के वीडियो उपलब्ध कराने के लिए पैसे मांगे जा रहे थे।
डीसीडब्ल्यू द्वारा एक्शन लेने के बाद ट्विटर ने आयोग द्वारा फ़्लैग किए गए 20 से अधिक ट्वीट्स को हटाया और दिल्ली पुलिस ने आईटी अधिनियम की धारा 67/67-ए/67-बी के तहत प्राथमिकी दर्ज की।
वहीं, मालीवाल ने कहा, “ट्विटर पर चाइल्ड पोर्नाग्राफी सामग्री की निरंतर उपस्थिति से मैं बहुत परेशान और स्तब्ध हूं। आज जब हमने ट्विटर पर जांच की, तो हमें ऐसे 14 ट्वीटस मिले और उनमें से सैकड़ों इसी तरह की सामग्री को दर्शाते हुए प्रतीत होते हैं। ऐसे ही एक ट्वीट में जिसे 51 हज़ार बार देखा जा चुका है, एक स्कूली लड़की को उसकी यूनिफॉर्म में सेक्स करते हुए दिखाया गया है। एक अन्य ट्वीट में जिसे 363 हजार बार देखा गया है, एक ’मां’ को अपने आठ साल के लड़के के साथ सेक्स करते हुए दिखाया गया है।
ट्विटर इस तरह की अवैध और गंदी सामग्री को अपने प्लेटफॉर्म पर कैसे चलने दे सकता है? दिल्ली पुलिस ने हमारी शिकायत पर कार्रवाई शुरू कर दी है। मैंने सीबीआई निदेशक को भी पत्र लिखकर मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की है। ट्विटर को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनका मंच चाइल्ड पोर्नाग्राफी सामग्री से मुक्त हो। आयोग इस मामले में अपनी कार्रवाई तब तक जारी रखेगा जब तक कि उनके द्वारा कड़े कदम नहीं उठाए जाते और चाइल्ड पोर्नोग्राफिक सामग्री को प्लेटफॉर्म से हटा नहीं दिया जाता।