27HNAT68 डीआरडीओ ने ओडिशा के तट पर बहुत कम दूरी की मिसाइल के दो परीक्षण किए
– इस वायु रक्षा प्रणाली को स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किया गया
– मिसाइल के दोनों उड़ान परीक्षणों ने निर्धारित मिशन के उद्देश्यों को पूरा किया
नई दिल्ली, 27 सितम्बर (हि.स.)। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने मंगलवार को ओडिशा के तट पर एकीकृत परीक्षण रेंज, चांदीपुर में जमीन आधारित पोर्टेबल लॉन्चर से बहुत कम दूरी की वायु रक्षा प्रणाली (वीएसएचओआरएडीएस) मिसाइल के दो सफल परीक्षण किए। यह एक मैन पोर्टेबल एयर डिफेंस सिस्टम है, जिसे डीआरडीओ के रिसर्च सेंटर इमरत ने विकसित किया है। डीआरडीओ की अन्य प्रयोगशालाओं और भारतीय उद्योग भागीदारों के सहयोग से इसे स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किया गया है।
वीएसएचओआरएडीएस मिसाइल में लघु प्रतिक्रिया नियंत्रण प्रणाली और एकीकृत एवियोनिक्स सहित कई नवीन प्रौद्योगिकियां शामिल हैं, जो आज परीक्षणों के दौरान सफल साबित हुई हैं। कम दूरी पर कम ऊंचाई वाले हवाई खतरों को बेअसर करने के लिए बनाई गई इस मिसाइल को दोहरे जोर वाली ठोस मोटर से संचालित किया जाता है। इसके लांचर सहित मिसाइल के डिजाइन को अत्यधिक अनुकूलित किया गया है। दोनों उड़ान परीक्षणों ने मिशन के उद्देश्यों को शत प्रतिशत पूरा किया है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ और उद्योग भागीदारों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि आधुनिक तकनीकों से लैस यह नई मिसाइल सशस्त्र बलों को और तकनीकी बढ़ावा देगी। डीआरडीओ के सचिव और अध्यक्ष डॉ. सतीश रेड्डी ने इस जबरदस्त सफलता के लिए पूरी टीम को बधाई दी है।