नई दिल्ली, 27 सितंबर (हि.स.)। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन की शुरुआत के एक साल पूरे हो रहे हैं। इस मौके पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा कि तकनीक के युग में आज आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन स्वास्थ्य क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम बनकर उभर रहा है।
उन्होंने मंगलवार को ट्वीट करके कहा कि देश के नागरिकों को स्वास्थ्य की डिजिटल सेवाओं का लाभ देने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज से एक साल पहले आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन की शुरुआत की थी। तब से आज तक 24.38 करोड़ लोगों के पहचान को पंजीकृत किया गया है। इसके तहत 1.59 लाख स्वास्थ्य केन्द्र और सुविधाएं पंजीकृत किए जा चुके हैं। 90 हजार से ज्यादा स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्यरत लोग अपना पंजीकरण करवा चुके हैं। इसके साथ 1.36 करोड़ लोगों के स्वास्थ्य रिकॉर्ड भी बनाए जा चुके हैं।
क्या है आयुष्मान भारत डिजिटल मिशनः यह डिजिटल सुविधा है जिसके तहत लोग अपना स्वास्थ्य रिकॉर्ड संग्रह कर सकते हैं। जिससे स्वास्थ्य रिकॉर्ड कभी भी, कही भी देखा और साझा किया जा सकता है। रजिस्टर्ड स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं से सेवाएं लेना काफी सुविधाजनक है। टेलिकंसल्टेशन सुविधा भी प्राप्त किया जा सकता है। ऑनलाइन अपाइंटमेंट लेने से लोग कतारों में मुक्ति पा सकते हैं।