25HINT5 संयुक्त राष्ट्र महासभा में विदेश मंत्री जयशंकर ने चीन और पाकिस्तान पर साधा निशाना
– कहा, किसी भी सूरत में आतंकवाद को जायज करार नहीं दिया जा सकता
न्यूयॉर्क, 24 सितंबर (25 सितंबर)। संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने आतंकवाद को लेकर मुखर रूप से चीन और पाकिस्तान पर परोक्ष निशाना साधते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र में घोषित आतंकवादियों का बचाव करने वाले देश न तो अपने हितों और न ही अपनी प्रतिष्ठा को ध्यान में रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी टिप्पणी चाहे किसी भी मंशा से क्यों न की गई हो, कभी भी खून के धब्बे नहीं ढक सकती।
जयशंकर ने यहां संयुक्त राष्ट्र महासभा के उच्च स्तरीय सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि घोषित आतंकवादियों का बचाव करने की हद तक भारत के पड़ोसी देश यूएनएससी 1267 प्रतिबंध व्यवस्था का राजनीतिकरण करते हैं। विदेश मंत्री ने कहा कि दशकों से सीमा पार आतंकवाद का खामियाजा भुगतता रहा भारत जीरो टॉलरेंस के दृष्टिकोण की दृढ़ता से वकालत करता है। हमारे विचार में आतंकवाद के किसी भी कृत्य को कतई जायज नहीं ठहराया जा सकता है।
रूस ने भारत और ब्राजील की स्थाई सदस्यता का किया समर्थन
रूस ने भारत और ब्राजील को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की स्थाई सदस्यता के लिए योग्य उम्मीदवार बताते हुए उनका समर्थन किया है। रूस ने दोनों देशों को अहम अंतरराष्ट्रीय किरदार करार दिया है। संयुक्त राष्ट्र महासभा के 77वें वार्षिक सत्र में रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने शनिवार को सुरक्षा परिषद की सदस्यता के लिए भारत के नाम के प्रति समर्थन व्यक्त किया।