China:चीन में हलचलः दो पूर्व मंत्रियों को मौत की सजा के बीच राष्ट्रपति के तख्तापलट की चर्चा

-सोशल मीडिया पर शी जिनपिंग की नजरबंदी की चर्चा

-भाजपा नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी के ट्वीट से मची सनसनी

बीजिंग, 24 सितंबर (हि.स.)। चीन में अचानक राजनीतिक हलचल बढ़ गयी है। चीन के दो पूर्व मंत्रियों को भ्रष्टाचार के मामले में मौत की सजा सुनाई गयी है। इसी बीच चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को नजरबंद कर चीनी सेना द्वारा तख्तापलट की चर्चा भी तेजी से सोशल मीडिया में चल रही है। शनिवार को इस मसले पर भाजपा नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी के ट्वीट से भी सनसनी मच गयी।

जानकारी के मुताबिक चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के अगले राष्ट्रीय सम्मेलन में तीसरी बार राष्ट्रपति का कार्यकाल प्राप्त करना है। इस बीच उन दो मंत्रियों को मौत की सजा सुनाई गयी है जो जिनपिंग के खिलाफ गए थे। चीन के पूर्व जन सुरक्षा मंत्री सुन लिजुन को रिश्वत लेने, शेयर बाजार में हेरफेर करने और अवैध रूप से हथियार रखने के लिए मौत की सजा दी गई। लिजुन पर एक ‘राजनीतिक गुट’ का नेतृत्व करने और जिनपिंग की खिलाफत करने के आरोप भी लगे थे। इसी तरह अदालत ने पूर्व न्याय मंत्री फु जेंघुआ सहित दो वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों को मौत की सजा सुनाई थी। जेंघुआ चीन के शक्तिशाली मंत्री माने जाते थे। बताया गया कि इन पूर्व मंत्रियों को जीवन भर के लिए उनके राजनीतिक अधिकारों से वंचित कर दिया गया और उनकी निजी संपत्ति को जब्त कर लिया गया है।

इन सबके बीच सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को नजरबंद कर चीन की सेना ने तख्तापलट कर दिया है। कई चीनी सोशल मीडिया हैंडलर्स का कहना है कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठों द्वारा उन्हें पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के प्रमुख के पद से हटाने के बाद नजरबंद कर दिया गया है।

दरअसल, दावा किया जा रहा है कि 16 सितंबर को समरकंद से शंघाई सहयोग संगठन की बैठक से लौटने के बाद शी जिनपिंग को हवाई अड्डे पर हिरासत में लिया गया था और संभवत: वर्तमान में उन्हें नजरबंद रखा गया है। इस तरह के वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।

इन दावों में कितनी सच्चाई है इससे पर्दा उठना बाकी है, किन्तु भारत में भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामीके एक ट्वीट के बाद इस मसले पर सनसनी-सी मच गयी है। स्वामी ने अपने ट्वीट में कहा कि चीन को लेकर एक नई अफवाह है, जिसकी जांच की जानी चाहिए कि क्या शी जिनपिंग नजरबंद हैं? माना जा रहा है कि जब जिनपिंग समरकंद में थे, तब चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं ने सेना के अध्यक्ष पद से उन्हें हटा दिया था। उसके बाद अफवाह है कि उन्हें हाउस अरेस्ट किया गया है। स्वामी ने इसका एक वीडियो भी शेयर किया है।

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