नई दिल्ली, 23 सितंबर (हि.स)। देश की प्रमुख इस्पात कंपनी टाटा स्टील लिमिटेड की छह सहायक कंपनियों का उसके साथ विलय करने की योजना को मंजूरी दे दी गई है। कंपनी ने शुक्रवार को जारी बयान में यह जानकारी दी।
कंपनी ने जारी बयान में बताया कि उसके साथ छह सहायक कंपनियों के विलय संबंधी एक प्रस्ताव को कंपनी के बोर्ड ने गुरुवार को अपनी मंजूरी दे दी। कंपनी बोर्ड ने जिन सहायक कंपनियों का टाटा स्टील में विलय को मंजूरी दी है। उनमें टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स लिमिटेड, द टिनप्लेट कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेड, टाटा मेटालिक्स लिमिटेड, द इंडियन स्टील एंड वायर प्रोडक्ट्स लिमिटेड, टाटा स्टील माइनिंग लिमिटेड और एस एंड टी माइनिंग कंपनी लिमिटेड शामिल है।
बयान के मुताबिक टाटा स्टील लॉन्ग प्रॉडक्ट्स लिमिटेड में टाटा स्टील की 74.91 फीसदी हिस्सेदारी है। इसी तरह द टिनप्लेट कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेड में 74.96 फीसदी, टाटा मेटालिक्स लिमिटेड में 60.03 फीसदी और द इंडियन स्टील एंड वायर प्रोडक्ट्स लिमिटेड में 95.01 फीसदी हिस्सेदारी है, जबकि टाटा स्टील माइनिंग लिमिटेड और एस एंड टी माइनिंग कंपनी लिमिटेड दोनों उसके पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनियां है।
इसके अलावा कंपनी बोर्ड ने टाटा स्टील की सहयोगी कंपनी टीआरएफ लिमिटेड की 34.11 फीसदी हिस्सेदारी को भी टाटा स्टील लिमिटेड में विलय को अपनी मंजूरी दी है।