नई दिल्ली, 23 सितंबर (हि.स.)। पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री के चुनिंदा भाषणों के संग्रह ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ का विमोचन किया। पुस्तक विभिन्न विषयों पर मई 2019 से मई 2020 तक प्रधानमंत्री के 86 भाषणों का संकलन है। इस मौके पर केरल के उपराज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर मौजूद थे।
इस मौके पर वेंकैया नायडू ने कहा कि केन्द्र सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण है। इसने लोगों को बिचौलियों की बेड़ियों से मुक्त किया, कल्याणकारी उपायों के अंतिम पायदान तक वितरण को सुनिश्चित किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ‘सर्वे जन सुखिनो भवन्तु’ के व्यापक दर्शन के तहत काम कर रही है। नायडू ने संक्षेप में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के आगमन के साथ भारत अब दुनिया में एक ताकत बन गया है और अब विश्व के पटल पर भारत की आवाज सुनी जा रही है।
इस मौके पर केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि सदियों से पनप रही तीन तलाक की बुराई से छुटकारा दिलाना कोई छोटी उपलब्धि नहीं है। इस ऐतिहासिक निर्णय एवं इसके प्रभाव कई वर्षों बाद भी याद एवं महसूस किया जायेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मुस्लिम महिलाओं के उद्धारक के रूप में याद किया जाएगा। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को श्रेय देते हुए कहा कि सब बाधाओं और विरोधों का मुकाबला करते हुए उन्होंने अपना वादा पूरा किया और मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक जैसी बुराई से मुक्त किया।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के आने से पहले देश का विकास केवल सरकार और उसकी नौकरशाही की जिम्मेदारी थी। हालांकि, अब प्रधानमंत्री मोदी ने ये सुनिश्चित किया है कि देश का विकास जनभागीदारी का एक कार्यक्रम बने, जहां देश के लोग इस प्रक्रिया और इसके नतीजों में समान रूप से भागीदार बनें, और इसी ने सच्चे लोकतंत्र की अवधारणा को साकार किया है।
केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने पुस्तक के बारे में कहा कि पुस्तक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 86 भाषणों को 10 अध्यायों में संकलित किया गया है और जटिल सामाजिक मुद्दों और उनकी स्पष्ट दृष्टि की उनकी गहरी समझ को दर्शाता है।
उन्होंने कहा कि यह संकलन भविष्य के इतिहासकारों के लिए बहुत उपयोगी होगी। उन्होंने कहा कि इन भाषणों में, जटिल राष्ट्रीय मुद्दों पर उनके विचार और उनके नेतृत्व को पाया जा सकता है, जिसके परिणामस्वरूप भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में खड़ा है। इन कार्यों के साथ-साथ बिचौलियों से रहित, सेवा करने और अंतिम मील तक डिलीवरी सुनिश्चित करने के उनके जुनून के कारण लोगों में उन पर अटूट विश्वास पैदा हुआ है।