– डिजिटल भुगतान को लोकप्रिय बनाने में भारत की सफलता ने आशंकाओं को दूर किया
नई दिल्ली/पुणे, 22 सितंबर (हि.स)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत में डिजिटल भुगतान प्रणाली की सफलता ने इसके बारे में संदेह करने वालों को गलत साबित किया है। सीतारमण ने कहा कि यूपीआई भुगतान के मामले में भारत विश्व में सबसे आगे रहा है।
वित्त मंत्री ने गुरुवार को यहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ताओं को ‘मोदी शासन के 20 वर्ष’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बात कही। निर्मला सीतारमण ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान एक बटन दबाने भर से लोगों के बैंक खातों में राशि पहुंच गई। यदि वे बैंक नहीं जा सके या इसके बारे में उन्हें जानकारी नहीं थी, तो बैंक मित्रों ने गांव जाकर उन्हें उनका पैसा दिया।
उन्होंने कहा कि इसे लेकर कई आशंकाएं जताई गईं कि डिजिटल भुगतान काम कैसे कर पाएगा। खासकर ग्रामीण इलाकों में जहां इंटरनेट कनेक्टविटी अच्छी नहीं है। लेकिन कोरोना महामारी के बावजूद यूपीआई भुगतान के मामले में भारत विश्व में सबसे आगे रहा, जबकि इसी दौरान कुछ अगड़ी अर्थव्यवस्थाएं चेक बनाकर उन्हें लिफाफे में डालकर डाक के जरिए लोगों को भेज रही थीं।
सीतारमण ने कहा कि कुछ साल पहले संप्रग सरकार के एक मंत्री ने कहा था कि इलेक्ट्रॉनिक भुगतान को लोकप्रिय बनाना असंभव है, क्योंकि ‘एक सब्जी विक्रेता को आप सात रुपये का भुगतान किस तरह करेंगे।’ उन्होंने कहा कि यूपीआई की सफलता से अब यह संदेह दूर हो चुका है।