नई दिल्ली, 20 सितंबर (हि.स.)। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हितधारकों के बीच सहयोग, समन्वय और संचार के साथ रसद (लॉजिस्टिक) लागत को 14 – 16 प्रतिशत से घटाकर 10 प्रतिशत करने पर जोर दिया है।
केंद्रीय मंत्री ने मंगलवार को यहां अखिल भारतीय प्रबंधन संघ (एआईएमए) के 49वें राष्ट्रीय प्रबंधन सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि रसद लागत को कम करने से एक बड़ी बचत होगी और जिससे निर्यात में 50 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की जा सकती है जो हमारी अर्थव्यवस्था के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
प्रदूषण के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि हम 16 लाख करोड़ जीवाश्म ईंधन का आयात कर रहे हैं जो बहुत अधिक प्रदूषण पैदा कर रहा है। उन्होंने कहा कि यात्रा के समय को कम करने के लिए 27 ग्रीन एक्सप्रेस हाईवे बनाने का निर्णय लिया गया है और दिसंबर के अंत तक नए हाईवे होंगे, जिनमें दिल्ली से चंडीगढ़ की यात्रा का समय ढाई घंटे, दिल्ली से अमृतसर 4 घंटे, दिल्ली से कटरा 6 घंटे, दिल्ली से श्रीनगर 8 घंटे और दिल्ली से मुंबई 12 घंटे, दिल्ली से जयपुर दो घंटे और चेन्नई से बैंगलोर भी दो घंटे होगा।
मंत्री ने कहा कि भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को प्राप्त करने के लिए प्रौद्योगिकी, नवाचार और अनुसंधान बहुत महत्वपूर्ण हैं।
गडकरी ने कहा कि केंद्र और राज्यों को एक टीम के रूप में मिलकर काम करने के साथ सार्वजनिक परिवहन को प्रोत्साहित करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि भारत में युवा और प्रतिभाशाली इंजीनियरिंग जनशक्ति, कुशल कार्यबल और कम श्रम लागत के साथ एक बड़ा घरेलू बाजार है। उन्होंने ऊर्जा और बिजली क्षेत्र में कृषि के विविधीकरण और जैव इथेनॉल, एलएनजी और जैव सीएनजी जैसे वैकल्पिक ईंधन के उपयोग पर जोर दिया। मंत्री ने कहा कि नैतिकता, अर्थव्यवस्था, पारिस्थितिकी और पर्यावरण समाज के तीन सबसे महत्वपूर्ण स्तंभ हैं।