हैदराबाद, 18 सितंबर (हि.स.)। तेलुगु भाषाई राज्यों में पॉपुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआई) और इसके लोगों से आतंकी कनेक्शन की जांच पड़ताल को लेकर एनआईए ने राज्य के 38 स्थानों पर छापे मारे हैं। छापे में आठ लाख से अधिक रुपये बरामद किए है।
रविवार सवेरे से ही तेलंगाना के निजामाबाद, जागित्याला सिद्दीपेट बैंसा और आंध्र प्रदेश के नेल्लोर जिले के बुचीरेड्डीपालेम और अन्य स्थानों पर छापेमारी की है। शहर के मदीना कॉलोनी में कई संदिग्ध के निवास पर छापेमारी जारी है। दोनों राज्यों में 23 से ज्यादा टीमें तलाशी अभियान चला रही हैं। ताजा समाचार मिलने तक निर्मल जिले के भैंसा में छापेमारी चल रही थी। हैदराबाद के निकट सुकाराम में एक मदरस में छापा के दौरान हार्ड डिस्क बरामद की है। यहां से चार लोगों को हिरासत में भी लिया है।
दरअसल, एनआईए की हैदराबाद शाखा ने 26 अगस्त को पीएफआई से जुड़े एक मामले में एफआईआर दर्ज की थी। निजामाबाद के ऑटोनगर निवासी 52 वर्षीय अब्दुल खादर समेत 26 लोग एनआईए की ओर से दर्ज की गई रिपोर्ट में मुख्य आरोपी थे।
इसके साथ ही आंध्र प्रदेश के कुर्नूल, नेल्लोर, कडपा, गुंटूर में कई संदिग्ध आवास और व्यावसायिक परिसरों पर छापाकर की गई है। दो दर्जन से ज्यादा पीएफआई नेताओं के ठिकानों की तलाशी ली जा रही है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार एनआईए की टीम ने शाहिद नाम के व्यक्ति के आवास पर छापेमारी की है। उसे 41 (ए) के तहत नोटिस भी दिया गया है। इसके अलावा शादुल्ला नामक व्यक्ति के घर पर भी जांच टीम पहुंची है।
एनआईए का आरोप है कि इन लोगों ने भारत के खिलाफ आपराधिक साजिश रची। पीएफआई ने आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए सदस्यों की भर्ती की गई व उन्हें प्रशिक्षण देने के लिए शिविरों का आयोजन किया। बीते माह में निजामाबाद पुलिस ने अब्दुल खादर और 26 व्यक्तियों के खिलाफ कुछ राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के मामले में प्राथमिकी दर्ज की थी।
जिला पुलिस ने दावा किया है कि अब्दुल खादर ने पूछताछ के दौरान कबूल किया है कि उसने कुछ पीएफआई नेताओं से छह लाख रुपये लिए और अपने घर की छत पर एक अलग हिस्से का निर्माण कराया। यहां पर कुछ युवाओं को कोचिंग क्लासेस और शारीरिक ट्रेनिंग दी गई थी। पुलिस ने छापामारी के दौरान कुछ आपत्तिजनक वीडियो और ऑडियो भी बरामद किए हैं।