अहमदाबाद, 17 सितंबर (हि.स.)। द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता जसपाल राणा ने उम्मीद जताई है कि गुजरात में होने वाले 36वें राष्ट्रीय खेलों से नई निशानेबाजी प्रतिभाएं सामने आएंगी। 36वें राष्ट्रीय खेलों का आयोजन 29 सितंबर से 12 अक्टूबर तक होगा।
राणा ने कहा, “हर किसी को राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में और अंततः देश के लिए प्रतिस्पर्धा करने का मौका नहीं मिलता है। लेकिन यह वह जगह है जहां आप प्रतिभा को देखते हैं। यहां तक कि इस प्रतियोगिता से राज्य की भी नई प्रतिभाएं सामने आती हैं। मुझे यकीन है कि राष्ट्रीय खेलों के अंत तक, हम कुछ नए चेहरे देखेंगे। जो भविष्य में भारत के लिए चमक बिखेरेंगे।”
जसपाल ने जूनियर राष्ट्रीय टीम के साथ काम करते हुए मनु भाकर, सौरभ चौधरी और अनीश भानवाला सहित कई युवाओं के करियर को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। राणा ने पहली बार मिलान में 1994 की जूनियर विश्व चैम्पियनशिप में भारत के लिए ख्याति अर्जित की और उसी वर्ष के अंत में हिरोशिमा एशियाई खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
46 वर्षीय राणा को लगता है कि राष्ट्रीय खेल सभी प्रतिभागियों को सही अनुभव प्रदान करेंगे।
उन्होंने कहा, “हमारे पास इस बार हांग्जो में एशियाई खेल नहीं हैं, इसलिए यह हमारे सभी एथलीटों के लिए एक साथ आने और गुजरात में अपने कौशल का प्रदर्शन करने का एक शानदार अवसर है। यह सिर्फ शूटिंग के बारे में नहीं है, राष्ट्रीय खेलों में बहुत सारे अलग-अलग खेल हैं और अगर नए प्रतिभाशाली खिलाड़ी अनुभवी खिलाड़ियों के साथ प्रतिस्पर्धा करते हैं, तो यह बहुत अच्छा होगा।”
राणा खुद राष्ट्रीय खेलों के दौरान सभी शूटिंग मैच देखने के इच्छुक हैं क्योंकि उनका दृढ़ विश्वास है कि किसी भी प्रतियोगिता को देखना कोचों के लिए भी सीखने का अनुभव है।
उन्होंने कहा, “प्रतिभा का आधार शूटिंग में बहुत मजबूत है और हमने देखा है कि युवा कैसे मौके का फायदा उठाते हैं। मैं भारत के सर्वश्रेष्ठ निशानेबाजों को गुजरात आते देखना और दर्शकों का मनोरंजन करते देखना चाहता हूं। युवा निशानेबाजों के लिए भी वरिष्ठों से सिखने का एक अवसर है।