काठमांडू, 17 सितंबर (हि.स.)। लगातार बारिश अब नेपाल के लिए भी मुसीबत बन गयी है। बाढ़ और भूस्खलन से यहां 15 लोगों की मौत हो गयी है। सैकड़ों घर डूब गए हैं और बड़ी संख्या में लोग लापता हैं।
नेपाल में तेज बारिश के कारण बाढ़ ने मुसीबत तो बढ़ाई ही है, भूस्खलन भी जानलेवा साबित हो रहा है। अछाम जिले के विभिन्न हिस्सों में शनिवार को हुए भूस्खलन में कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई और 10 लोग लापता हो गए। उप मुख्य जिला अधिकारी दीपेश रिजाल ने 13 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है। साथ ही उन्होंने बताया कि दस लोगों को बचा लिया गया, जबकि दस लोगों की तलाश जारी है। लगातार बारिश के चलते सड़क मार्ग बाधित हो गया है और बिजली गुल है। आपदा के मद्देनजर गृह मंत्री बाल कृष्ण खंड ने खोज और बचाव कार्यों के लिए हेलीकाप्टर तैनात करने के आदेश दिए हैं।
दारचुला जिले के बंगबगड़ इलाके में बाढ़ और भूस्खलन में कम से कम दो लोगों की मौत हो गई और 11 लापता हो गए। लगातार बारिश के कारण लस्कू और महाकाली नदियों में बाढ़ आ गई, जिसके कारण कई घर और दो पुल बह गए। पूर्वी कैलाली में शुक्रवार से लगातार हो रही बारिश से करीब 600 घर पानी में डूब गए हैं। कांद्रा और पथरिया नदियों में बाढ़ आने से पानी बस्ती में घुस गया और पांच सौ से अधिक घर डूब गए।
पुलिस उपाधीक्षक वेद प्रकाश जोशी के मुताबिक, भजनी नगर पालिका क्षेत्र में चार सौ से अधिक घरों में पथरिया नदी का पानी भर गया है। सोनाफंटा टोल, दलाईखी, भारतन, जनकपुर और छछरहावा में बाढ़ आ गई है।चिंता की बात यह है कि नदी का जलस्तर अभी भी लगातार बढ़ रहा है। इसी तरह कांद्रा नदी का जलस्तर बढ़ने से मिलनपुर, लालबोझी और पुलियापुर के 250 घर डूब गए हैं।