जम्मू, 12 सितम्बर (हि.स.)। आवाम के दिलों और दिमागों को जीतने की चल रही प्रक्रिया के एक हिस्से के रूप में भारतीय सेना लगातार आबादी के कल्याण और प्रेरणा के लिए कई तरह की परियोजनाएं चला रही है। इसी क्रम में भारतीय सेना ने सेवा, गोस्ती में सोमवार को दंगल प्रतियोगिता का आयोजन किया।
गांम सेवा डोडा जिले के सुदूर भाग में स्थित है जिसमें युवाओं के लिए पर्याप्त मनोरंजन और खेल सुविधाओं का अभाव है। आतंकवाद में कमी आने और प्रचलित शांति के कारण स्थानीय युवा अब खेल गतिविधियों और फुरसत के समय में गतिविधियों में भाग लेने के लिए उत्सुक हैं क्योंकि यह उन्हें उनके धर्म के बावजूद एक साथ बांधता है। यह आवश्यक है कि युवाओं को अलगाववादी विचारधारा से दूर करने और खेल गतिविधियों के माध्यम से उन्हें राष्ट्रीय मुख्यधारा में लाने के लिए रचनात्मक गतिविधियों में शामिल किया जाये। सेवा के युवाओं के लिए दंगल प्रतियोगिता आयोजित करने से स्थानीय लोगों की सद्भावना जीतने और क्षेत्र में खेल को बढ़ावा देने और युवा सशक्तिकरण में मदद मिलेगी।
टूर्नामेंट में कुल 48 पहलवानों ने भाग लिया। सभी पहलवानों ने अपनी सच्ची खेल भावना के साथ भाग लिया और सराहनीय कौशल और उत्साह का प्रदर्शन किया। इस कार्यक्रम में आसपास के कई गांवों और टाउनशिप से लगभग 920 से अधिक लोगों ने भाग लिया। प्रसिद्ध पहलवानों द्वारा प्रदर्शित खेल कौशल को देखकर स्थानीय युवा विशेष रूप से रोमांचित थे।
इस कार्यक्रम में मनहोरी लाल डीडीसी चिराला, गुलशन कुमार तहसीलदार चिराला और राकेश चाढ़क पूर्व सरपंच चिराला उपस्थित थे। मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में कहा कि भारतीय सेना, भद्रवाह द्वारा इस क्षेत्र में खेलों को बढ़ावा देने के लिए यह एक बड़ी पहल थी और निश्चित रूप से स्थानीय युवाओं को विभिन्न स्तरों पर खेलों में भाग लेने के लिए प्रेरित करेगी। इस प्रकार की रचनात्मक शारीरिक गतिविधियों में युवाओं की भागीदारी उनके समग्र विकास के लिए अच्छा करेगी और उनकी ऊर्जा का सही दिशा में उपयोग किया जाएगा जो बदले में राष्ट्र निर्माण में योगदान देगा।