नई दिल्ली, 11 सितंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
प्रधानमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा, “द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। शोक के इस समय में उनके अनुयायियों के प्रति मेरी संवेदनाएं। ओम शांति।”
केन्दीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने शोक संदेश में कहा कि वे सनातन संस्कृति व धर्म के प्रचार-प्रसार को समर्पित उनके कार्य सदैव याद किए जाएंगे।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने भी उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की है। दोनों की ओर से जारी संयुक्त संदेश में कहा गया है कि द्वारका के शारदा पीठ के शंकराचार्य जी के ब्रह्मलीन होने से धर्म क्षेत्र के तपस्वी एवं परम ज्ञानी आचार्य अब अपने मध्य सशरीर नहीं रहे। समस्त हिंदू समाज एवं समूचा राष्ट्र उनके मार्गदर्शन से वंचित रहेगा।
लोकसभा अध्यक्ष ने उनके निधन को अपूरणीय क्षति बताया और कहा कि वे आध्यात्मिक पुनरूत्थान तथा सामाजिक जनजागरण के सशक्त हस्ताक्षर थे।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि पूज्यपाद ज्योतिष्पीठाधीश्वर एवं द्वारका शारदापीठाधीश्वर, जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती जी के ब्रह्मलीन होने का समाचार दुःखद है। उन्होंने हमेशा धर्म और सत्य के मार्ग पर चलने का रास्ता दिखाया।
उल्लेखनीय है कि शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती का दिल दौरा पड़ने की वजह से आज 99 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर में अंतिम सांस ली।