-दोनों देशों के विदेश एवं रक्षा मंत्रियों की बैठक में सामूहिक प्रयासों का आह्वान
टोक्यो, 08 सितंबर (हि.स.)। भारत और जापान ने नियम आधारित वैश्वक व्यवस्था पर जोर दिया है। गुरुवार को जापान की राजधानी टोक्यो में हुई दोनों देशों के विदेश एवं रक्षा मंत्रियों की बैठक में सामूहिक प्रयासों का आह्वान किया गया।
भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एवं विदेश मंत्री डॉ.एस. जयशंकर दो दिनों के जापान प्रवास पर हैं। इस दौरान गुरुवार को इन दोनों नेताओं ने जापान के विदेश मंत्री हयाशी योशिमासा और जापान के रक्षा मंत्री हमदा यासुकाजू के साथ बैठक की। इस भारत-जापान 2 2 मंत्रिस्तरीय बैठक के बाद विदेश मंत्रालय की ओर से बताया गया कि दोनों देशों ने एक नियम-आधारित वैश्विक व्यवस्था के प्रति प्रतिबद्धता की पुष्टि की। उन्होंने ऐसी व्यवस्था पर जोर दिया जो संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करती है। इन नेताओं ने ताकत का उपयोग किए बिना या यथास्थिति को एकतरफा रूप से बदलने के प्रयास के बिना अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार विवादों के शांतिपूर्ण समाधान की आवश्यकता पर जोर दिया।
मंत्रियों ने दोनों देशों के बीच बहुस्तरीय संवादों के महत्व को स्वीकार करते हुए, समग्र रूप से संयुक्त राष्ट्र के कार्यों को मजबूत करने की दृष्टि से सुरक्षा परिषद सुधार जैसे क्षेत्रों में जल्द से जल्द संवाद करने की उम्मीद जताई। उन्होंने समुद्री सहयोग बढ़ाने के लिए अन्य देशों के साथ बहुपक्षीय समन्वय को सक्रिय रूप से और विस्तार की उम्मीद जताई। बैठक में रक्षा उपकरण और प्रौद्योगिकी सहयोग के क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग का विस्तार करने पर सहमति जताई गयी। मानव रहित वाहनों एवं रोबोटिक्स सहित रक्षा उपकरण और प्रौद्योगिकी सहयोग पर भारत-जापान संयुक्त कार्य समूह के क्षेत्रों में चल रहे सहयोग पर संतोष व्यक्त किया गया। रक्षा उपकरण और प्रौद्योगिकी में भविष्य के सहयोग के लिए ठोस क्षेत्रों की पहचान करने के लिए सहमति व्यक्त की गयी।
भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कोविड महामारी और चल रहे संघर्षों से उत्पन्न नई चुनौतियों से निपटने के लिए जापान के साथ सामूहिक प्रयासों का आह्वान किया। उन्होंने कोविड-19 महामारी सहित विभिन्न संघर्षों को गंभीर विकास और नई चुनौतियों के रूप में चिह्नित किया और उन्हें हल करने पर जोर दिया।