– सेना प्रमुख बनने के बाद नेपाल की पहली यात्रा पर गए जनरल मनोज पांडे मिलेंगे सैन्य नेतृत्व से
– द्विपक्षीय रक्षा संबंध बढ़ाने, आपसी हित के क्षेत्रों में सहयोग पर नेपाली अधिकारियों से करेंगे चर्चा
नई दिल्ली, 05 सितम्बर (हि.स.)। नेपाल की राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी ने सोमवार को भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे को ‘जनरल ऑफ द नेपाल आर्मी’ के मानद पद से सम्मानित किया। 1950 में कमांडर-इन-चीफ जनरल केएम करियप्पा पहले भारतीय सेना प्रमुख थे, जिन्हें इस उपाधि से अलंकृत किया गया था। भारत भी नेपाल के सेना प्रमुख को ‘जनरल ऑफ इंडियन आर्मी’ का मानद रैंक देकर सम्मानित करता है। जनरल पांडे ने नेपाल के सेना प्रमुख जनरल प्रभु राम शर्मा के साथ आपसी हित और रक्षा सहयोग के मुद्दों पर चर्चा की।
थल सेना प्रमुख बनने के बाद जनरल मनोज पांडे पहली नेपाल यात्रा पर रविवार को रवाना हुए थे। दोनों सेनाओं के बीच मित्रता की परंपरा को जारी रखते हुए भारतीय सेना प्रमुख को नेपाल के राष्ट्रपति के आधिकारिक निवास ‘शीतल निवास’ में आज एक समारोह में नेपाल की सेना के जनरल के मानद पद से सम्मानित किया गया। समारोह के दौरान उन्हें तलवार और स्क्रॉल भी भेंट किया गया।
इसके बाद जनरल पांडे ने नेपाल के सेना प्रमुख जनरल प्रभु राम शर्मा के साथ आपसी हित और रक्षा सहयोग के मुद्दों पर चर्चा की। अपनी चार दिवसीय यात्रा के दौरान वह नेपाल के वरिष्ठ सैन्य और नागरिक नेतृत्व के साथ बैठक करके भारत-नेपाल रक्षा संबंधों को बढ़ाने के रास्तों पर चर्चा करेंगे। उनकी यह यात्रा मौजूदा द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को बढ़ाने और आपसी हित के क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने का अवसर प्रदान करेगी।
भारतीय थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने सोमवार को काठमांडू में अपने नेपाली समकक्ष को भारत से ले जाए गए सैन्य उपकरण व सैन्य वाहन आदि सौंपे। जनरल मनोज पांडे ने वीर स्मारक पर माल्यार्पण किया और नेपाली सेना मुख्यालय में उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। सेना प्रमुख नेपाल आर्मी कमांड एंड स्टाफ कॉलेज शिवपुरी के छात्र अधिकारियों और शिक्षकों के साथ भी बातचीत करेंगे। सेना प्रमुख 06 सितंबर को नेपाल के प्रधानमंत्री से भी मुलाकात करेंगे।
भारत-नेपाल के संबंध ऐतिहासिक एवं बहुआयामी हैं तथा आपसी सम्मान और विश्वास के अलावा साझा संस्कृति और सभ्यता को भी सम्मान देते हैं। भारत अपनी ‘नेबरहुड फर्स्ट’ पॉलिसी के अनुसार नेपाल के साथ अपने संबंधों को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है। सेना प्रमुख जनरल पांडे की यह यात्रा मौजूदा द्विपक्षीय रक्षा संबंधों की समीक्षा करने और आपसी हित के क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने का अवसर प्रदान करेगी।