नई दिल्ली, 03 सितंबर (हि.स.)। दिल्ली के उपराज्यपाल (एलजी) वीके सक्सेना ने शनिवार को रोहिणी के फोरेंसिक लैब (एफएसएल) में अत्याधुनिक मशीन का उद्घाटन किया। इसके बाद अब मात्र 24 घंटे में जांच रिपोर्ट मिल जाएगी। जांच के काम में तेजी लाने के लिए पिछले दिनों ही उपराज्यपाल ने 93 कर्मचारियों की नियुक्ति की थी। उद्घाटन के मौके पर उपस्थित अधिकारियों के साथ बातचीत करते हुए, एलजी ने कहा कि आपराधिक मामलों में न्याय दिलाने में जांच रिपोर्ट काफी मायने रखती है।
29 जून 2022 को एफएसएल के निरीक्षण के बाद, जब उन्होंने मामलों के शीघ्र निपटाने के निर्देश दिए थे तब से जांच रिपोर्ट आने में नौ फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। एलजी ने कहा कि पोक्सो और यौन उत्पीड़न के मामलों को रोकने के लिए सामाजिक और व्यावहारिक मानसिकता बदलने जरूरत है। इसके लिए अतिरिक्त सतर्क पुलिसिंग सुनिश्चित करने की जरूरत है।
रोहिणी स्थित एफएसएल लैब में प्रतिवर्ष हत्या, हत्या के प्रयास, यौन उत्पीड़न, पोक्सो, आपदा त्रासदियों और अज्ञात शवों के करीब तीन हजार मामले आते हैं। डीएनए लैब उन्नत तकनीक के साथ स्वचालित डीएनए एक्सट्रैक्शन सिस्टम और डिफरेंशियल वॉश एक्सट्रैक्शन सिस्टम जैसी नवीनतम मशीनरी से लैस है। एफएसएल ऐसे मामलों के फोरेंसिक नमूनों पर रिपोर्ट करने में सक्षम होगा।
उल्लेखनीय है कि जून में एलजी वीके सक्सेना ने फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी के कार्यों की समीक्षा की थी। लैब में 20 हजार से अधिक मामलों की रिपोर्ट लंबित होने पर उन्होंने चिंता व्यक्त की थी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि वह इस समस्या को हल करने के लिए हर प्रकार की तकनीकी तथा मानविक क्षमता को बढ़ाने के लिए आवश्यक कदम उठाएं। एलजी ने रिक्त पड़े तकनीकी पदों का संज्ञान लेते हुए उन्हें जल्द से जल्द भरने के निर्देश दिये थे।