पटना/ गया , 02 सितंबर (हि.स.)। कुख्यात नक्सली और प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के शीर्ष नेता पोलित ब्यूरो सदस्य विजय आर्य के गया, औरंगाबाद, और पटना में शुक्रवार सुबह से लेकर देर शाम 7:00 बजे तक एनआईए की छापेमारी चली। करीब पांच घंटे तक एनआईए की छापेमारी चली।
विजय आर्या का घर गया जिले के कोंच प्रखंड के गुरारू थाना क्षेत्र के करमा गांव में स्थित है। हालांकि उसके घर पर कोई नहीं था। घर पर ताला लटका हुआ था। बावजूद इसके सुबह 7:30 बजे पहुंची एनआईए टीम ने छापेमारी शुरू कर दी है।
एन आई ए की टीम पटना, गया और औरंगाबाद में विजय आर्या से जुड़े तीन ठिकानों पर रेड की। इसके लिए कोर्ट ने सर्च वारंट जारी किया था।करमा गांव से एनआईए को बहुत अहम जानकारी मिली हैं और महत्वपूर्ण कागजात हाथ लगी है ।
विजय आर्या की बेटी शोभा देवी (जिला परिषद) के औरंगाबाद जिले के गोह स्थित महेश परासी गांव और बेटा के पटना स्थित एजी कॉलोनी वाले आवास पर भी टीम ने रेड की ।
टीम ने करमा गांव में विजय आर्या के परिवार के कईं सदस्यों से पूछताछ भी की इसमें भी नक्सली वरदात से संबंधी कई अहम जानकारी एन आई ए कोमिली है। विजय आर्या पर 30 लाख का इनाम था। बिहार समेत 4 राज्यों झारखंड,आंध्र प्रदेश,तेलंगाना में उस पर दो दर्जन से ज्यादा केस दर्ज हैं।
माओवादी विजय आर्य को 6 महीने पहले सासाराम से दो लोगों के साथ गिरफ्तार किया था। फिलहाल वो बेउर जेल में बंद है। रोहतास थाना क्षेत्र के कैमूर पहाड़ी के नौहट्टा जंगल से कुख्यात नक्सली नेता विजय आर्या को 5 महीने पहले स्पेशल टीम ने अरेस्ट किया था।
आईबी की विशेष टीम ने पटना से आकर रोहतास पुलिस की मदद से उसे गिरफ्तार किया था। उसके साथ एक अन्य साथी की भी गिरफ्तारी हुई थी। बताया जाता है कि विजय आर्या भाकपा माओवादी की घटती साख को देखते हुए पुनः रोहतास जिले के नौहट्टा क्षेत्र में ही नक्सली संगठन को मजबूत बनाने में जुटा था। पंजाब के खरार अनुमंडल में भी उसपर एक मामला दर्ज है। विजय आर्य इतने बड़े नक्सली नेता था कि उनकी गिरफ्तारी के लिए 30 लाख रुपए इनाम की बिहार समेत अन्य राज्यों की सरकार ने घोषणा की थी।