मॉस्को, 31 अगस्त (हि.स.)। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोवियत संघ के पूर्व राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचेव के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। गोर्बाचेव के निधन के बाद दुनिया भर में उन्हें श्रद्धांजलि दी जा रही है। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेस ने कहा उन्होंने ‘इतिहास की धारा बदल दी।’
संयुक्त राष्ट्र महासचिव गुटेरेस ने ट्विटर पर दी गई श्रद्धांजलि में लिखा- “मिखाइल गोर्बाचेव खास तरह के राजनेता थे। दुनिया ने एक महान वैश्विक नेता, बहुपक्षवाद और शांति के बड़े पैरोकार को आज खो दिया।”
यूरोपीय संघ प्रमुख उर्सुला वॉन देर लेयेन ने भी गोर्बाचेव को एक “भरोसेमंद और सम्मानित नेता” बताया है, जिन्होंने मुक्त यूरोप का रास्ता खोला था।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा है कि वो गोर्बाचेव के साहस और ईमानदारी के कायल हैं। उन्होंने कहा- “यूक्रेन में पुतिन की आक्रामकता के समय में, सोवियत समाज के प्रति गोर्बाचेव की प्रतिबद्धता हम सबके लिए उदाहरण है।”
सोवियत संघ के पूर्व राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचेव का अंतिम संस्कार मॉस्को में होगा। रूस की समाचार एजेंसी तास के अनुसार उन्हें नोवोदिवेची सेमेट्री में उनकी पत्नी रइसा की कब्र के पास ही दफन किया जाएगा। रइसा का 1999 में ल्यूकेमिया से निधन हो गया था। रूस के कई बड़े नेताओं की कब्रें नोवोदिवेची सेमेट्री में हैं।
मिखाइल गोर्बाचेव 1985 में सोवियत संघ के राष्ट्रपति चुने गए थे। इसके बाद उन्होंने देश के दरवाजे दुनिया के लिए खोले और बड़े स्तर पर कई सुधार किए। हालांकि इन्हीं सुधारों की वजह से सोवियत संघ का विघटन हुआ। वो अपनी तमाम कोशिशों के बावजूद इसे टाल नहीं सके और वहीं से आधुनिक रूस का जन्म हुआ।