नई दिल्ली, 17 अगस्त : भारत और थाईलैंड संयुक्त आयोग की नौवीं बैठक आज बैंकॉक में होगी। विदेश मंत्री डाक्टर सुब्रहमण्यम जयशंकर और थाईलैंड के उप-प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री डॉन प्रमुदविनयी बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
डॉ० जयशंकर बैठक में भाग लेने के लिए कल थाईलैंड पहुंचे। दोनों देश राजनयिक संबंधों की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।
विदेश मंत्री ने भारतीय समुदाय से मुलाकात के साथ थाईलैंड यात्रा की शुरूआत की। उन्होंने भारतीय समुदाय के साथ नए भारत की उपलब्धियों और आकांक्षाएं साझा की और भारत की प्रगति में योगदान के लिए उन्हें आमंत्रित किया। कार्यक्रम के आयोजन के लिए उन्होंने भारत-थाई वाणिज्य परिसंघ को धन्यवाद दिया।
बैंकॉक में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए डॉ० जयशंकर ने रूस-यूक्रेन संघर्ष के कारण दुनियाभर में ईंधन की बढती कीमतों और देश के हित में रूस से कच्चे तेल के आयात के भारत के निर्णय का बचाव किया।
विदेश मंत्री ने कहा कि भारत की विदेश नीति के प्रमुख स्तंभ के रूप में आसियान के साथ भारत की साझेदारी मजबूत हुई है।
डॉ० जयशंकर, आज बैंकॉक में थाईलैंड के विदेश मंत्री डॉन प्रमुदविनयी से मुलाकात करेंगे। इस दौरान राजनीतिक सुरक्षा, आर्थिक व्यापार और निवेश, सामाजिक और सांस्कृतिक सहयोग सहित द्विपक्षीय संबंधों से सभी क्षेत्रों में सहयोग बढाने पर चर्चा होगी। बैठक में क्षेत्रीय और उप-क्षेत्रीय सहयोग मजबूत करने तथा कोविड महामारी के उपरांत द्विपक्षीय संबंधों को फिर से पटरी पर लाने पर विचार विमर्श किया जाएगा।
थाईलैंड और भारत दो समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे। एक समझौता थाइलैंड के सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्रालय के चिकित्सा सेवाएं विभाग और भारत के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के स्वास्थ्य अनुसंधान विभाग की भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के बीच होगा। यह है स्वास्थ्य और चिकित्सा अनुसंधान पर सहयोग का समझौता। दूसरा समझौता प्रसार भारती और थाई लोक प्रसारण सेवा के बीच होने की संभावना है। इसके तहत प्रसारण के क्षेत्र में सहयोग बढाने का प्रस्ताव है।
दोनों पक्षों का मानना है कि भारत और थाईलैंड के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रूप से निकट सामुद्रिक पडोसियों के संबंध रहे हैं। समकालिक संदर्भ में भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी के पूरक के रूप में थाईलैंड ने लुक वेस्ट नीति बनाई है।
थाईलैंड, वर्ष 2019 के लिए आसियान का अध्यक्ष रहा। 2018 से 2021 के लिए भारत-आसियान कार्यनीतिक साझेदारी के लिए थाईलैंड, समन्वयक देश रहा है।