नई दिल्ली, 15 अगस्त : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देशवासियों से अपने मौलिक कर्तव्यों के बारे में जानकारी लेने और उनको सही और मूल भावना के साथ अपनाने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि इससे देश नई ऊंचाईयों पर पहुंचेगा। स्वतंत्रता दिवस की पूर्व-संध्या पर कल राष्ट्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि भारत का मुख्य उद्देश्य वंचितों, जरूरतमंदों और हाशिये पर रह रहे लोगों के लिए सद्भाव है।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत में आज संवेदनशीलता व करुणा के जीवन-मूल्यों को प्रमुखता दी जा रही है। इन जीवन-मूल्यों का मुख्य उद्देश्य हमारे वंचित, जरूरतमंद तथा समाज के हाशिये पर रहने वाले लोगों के कल्याण हेतु कार्य करना है। हमारे राष्ट्रीय मूल्यों को, नागरिकों के मूल कर्तव्यों के रूप में, भारत के संविधान में समाहित किया गया है।
राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार राष्ट्र को संबोधित करते हुए श्रीमती मुर्मू ने कहा कि विश्व की तेजी से उभर रही प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में भारत भी एक है।