अगरतला, 11 अगस्त : एनएसयूआई ने आज शिक्षा निदेशक को एक प्रतिनियुक्ति सौंपकर विद्याज्योति योजना के तहत छात्रों से एक हजार रुपये वसूलने के राज्य सरकार के फैसले को तत्काल वापस लेने की मांग की।
आज शिक्षा भवन में एनएसयूआई की प्रतिनियुक्ति के आसपास भारी संख्या में पुलिस और केंद्रीय बल तैनात थे। एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने पुलिस की इस तरह की रणनीति की कड़ी आलोचना की।
एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने शिक्षा निदेशक को प्रतिनियुक्ति देने के बाद कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार सत्ता में आने के बाद से शिक्षा का निजीकरण करने की कोशिश कर रही है। इतना ही नहीं, सरकारी स्कूलों को विद्याज्योति के तहत लाया गया है और प्रत्येक छात्र से 1000 रुपये वसूल कर रहे हैं। उन्होंने छात्रों के हित के खिलाफ इस तरह के फैसले की कड़ी आलोचना की।उन्होंने छात्रों से 1000 रुपये वसूलने की नीति को तत्काल वापस लेने की मांग की। साथ ही चेतावनी दी कि अगर फैसला तुरंत वापस नहीं लिया गया तो एनएसयूआई पूरे राज्य में एक बड़ा आंदोलन करेगा।