अगरतला, 3 अगस्त : राज्य की वर्तमान सरकार महिलाओं की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए कार्य कर रही है। समाज के वास्तविक विकास के लिए यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि महिलाएं किसी भी तरह से पीछे न रहें। त्रिपुरा के सूचना एवं संस्कृति मंत्री सुशांत चौधरी ने आज जिरानिया के गीतांजलि हॉल में रानीबाजार पुर परिषद द्वारा आयोजित मेगा ऋण शिबिर का उद्घाटन करते हुए यह बात कही है।
उल्लेखनीय है कि यह ऋण शिविर त्रिपुरा शहरी आजीविका मिशन परियोजना के तहत आयोजित किया गया था। सूचना एवं संस्कृति मंत्री ने इस अवसर पर कहा कि आत्मनिर्भर त्रिपुरा के निर्माण के लिए पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं को भी समान जिम्मेदारी के साथ आगे आना चाहिए। सबका साथ सबका विकास के इसी नारे को सामने रखते हुए राज्य सरकार विभिन्न विकास कार्य कर रही है। राज्य सरकार सबके साथ आगे बढ़ना चाहती है। उन्होंने सभी से राज्य सरकार के इस प्रयास में सहयोग का हाथ बढ़ाने का आग्रह किया है।
इस अवसर पर रानीबाजार पुर परिषद के उपाध्यक्ष प्रबीर कुमार दास सहित अन्य ने अपने विचार रखे। जिरानिया अनुमंडल के अनुमंडल शासक जीवन कृष्ण आचार्य ने स्वागत भाषण दिया। कार्यक्रम में रानीबाजार पुर परिषद के पार्षद गौतम मजूमदार, रिंकू देबनाथ, शंकर चंद्र साहा, पीएनबी के उप प्रबंधक सुभाष भौमिक, त्रिपुरा ग्रामीण बैंक के प्रबंधक शंकर देबबर्मा, पश्चिम जिला सांस्कृतिक सलाहकार समिति के सदस्य पार्थ सारथी साहा आदि मौजूद थे।
इस मेगा ऋण कार्यक्रम में 42 स्वयं सहायता समूहों को 73 लाख रुपये का ऋण दिया गया है। इसके अलावा 9 लोगों को 18 लाख रुपए का ऋण दिया गया है। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों ने सभी को ऋण स्वीकृति पत्र सौंपा है।