-सोने की वैश्विक मांग सालाना आधार पर 8 फीसदी घटकर 948.4 टन
नई दिल्ली, 28 जुलाई (हि.स.)। डॉलर के मुकाबल रुपये की घटती वैल्यू के बावजूद भारत में पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में सोने की मांग सालाना आधार पर 43 फीसदी ज्यादा रही है। हालांकि, सोने की वैश्विक मांग 2022 में सालाना आधार पर 8 फीसदी घटी है। विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूजीसी) ने गुरुवार को जारी रिपोर्ट में यह जानकारी दी।
डब्ल्यूजीसी की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2022 में अप्रैल से जून के दौरान भारत में सोने की मांग 170.7 टन रही है, जो 2021 की समान अवधि में 119.6 से 43 फीसदी ज्यादा है। हालांकि, इसकी वैश्विक मांग 2022 में सालाना आधार पर 8 फीसदी घटकर 948.4 हो गई जबकि 2021 की जून तिमाही में यह 1,031.8 टन थी। रिपोर्ट के मुताबिक डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत गिरने के बावजूद जून तिमाही में सोने की मांग सालाना आधार पर ज्यादा रही।
डब्ल्यूजीसी की रिपोर्ट के मुताबिक मूल्य के आधार पर भारत में सोने की मांग जून तिमाही में 54 फीसदी बढ़कर 79,270 करोड़ रुपये हो गई, जून 2021 की समान तिमाही में 51,540 करोड़ रुपये थी। डब्ल्यूजीसी के मुताबिक 2022 के लिए सोने की मांग परिदृश्य का लक्ष्य 800-850 टन का है, जबकि साल 2021 में सोने की कुल मांग 797 टन रही थी।
डब्ल्यूजीसी के क्षेत्रीय मुख्य कार्यपाल अधिकारी (सीईओ) सोम सुंदरम पीआर ने कहा कि अक्षय तृतीया और वैवाहिक सीजन में आभूषणों की मांग 49 फीसदी बढ़कर 140.3 टन रही। डब्ल्यूजीसी सीईओ के मुताबिक साल 2022 की जून तिमाही में सोने का आयात भी 34 फीसदी बढ़कर 170 टन हो गया है, जो 2021 की समान अवधि में 131.6 टन था।