– धार्मिक नेताओं के प्रतिनिधिमंडल की अफगान यात्रा और श्रीलंका के बाद बांग्लादेश में गहराते आर्थिक संकट को महत्व
– जम्मू-कश्मीर में तिरंगे के लिए 20 रुपये देने के फैसले को रद्द करने और यासीन मलिक की तबियत बिगड़ने को भी जगह
नई दिल्ली, 27 जुलाई (हि.स.)। पाकिस्तान से बुधवार को प्रकाशित अधिकांश समाचार पत्रों ने चौधरी परवेज इलाही को पंजाब का मुख्यमंत्री बनाए जाने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले को प्रमुखता से प्रकाशित किया है। अखबारों ने बताया है कि कोर्ट ने डिप्टी स्पीकर की रूलिंग को रद्द कर दिया है।
अखबारों ने बताया कि पीटीआई और मुस्लिम लीग (क्यू) ने तीन महीने के बाद पंजाब सरकार पर फिर से कब्जा कर लिया है। अखबारों ने बताया है कि गवर्नर के इनकार करने के बाद राष्ट्रपति ने चौधरी परवेज इलाही को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई है। अखबारों ने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री हमजा शहबाज का एक बयान छापा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि अदालती कार्रवाई और फैसला विवादित है। उनकी हुकूमत को जबरदस्ती गिराया गया है।
अखबारों ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान का एक बयान छापा है, जिसमें उन्होंने कहा कि जज साहेबान धमकियों के बावजूद डटे रहे। पंजाब में आम जनता की हुकूमत बनाएंगे। अखबारों ने प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ का भी एक बयान छापा, जिसमें उन्होंने कहा है कि संविधान और संसद की रक्षा पर कोई समझौता नहीं करेंगे। हर संस्थान की हद तय है। अखबारों ने बताया कि नवाज शरीफ, जरदारी, मौलाना फजलुर्रहमान, शाहबाज शरीफ ने आपस में संपर्क किया है और नए सिरे से राजनीतिक रणनीति बनाए जाने का फैसला लिया है।
अखबारों ने मंत्रिमंडल के जरिए बिजली की दर में 7 रुपये 90 पैसे की वृद्धि किए जाने का फैसला लेने की खबरें भी दी हैं। अखबारों ने डॉलर की कीमत 233 रुपये होने की खबर देते हुए बताया है कि रुपये की कीमत दिन प्रतिदिन गिरती जा रही है और स्टॉक मार्केट में बदतरीन मंदी का दौर चल रहा है।
अखबारों ने पाकिस्तानी धार्मिक नेताओं की अफगानिस्तान यात्रा की खबर देते हुए बताया है कि प्रतिनिधिमंडल ने टीटीपी के नेतृत्व से मुलाकात की है। अखबारों ने राष्ट्रपति आरिफ अलवी का एक बयान भी छापा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि नए सेना प्रमुख की नियुक्ति समय से पहले करने में कोई हर्ज नहीं है। उन्होंने यह भी कहा है कि प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ से उनकी किसी तरह की कोई अदावत नहीं है। अखबारों ने सेना अध्यक्ष जनरल कमर वाजवा की अध्यक्षता में बैठक होने की खबर देते हुए बताया है कि 32 ब्रिगेडियर को मेजर जनरल के पद पर तरक्की दी गई है।
अखबारों ने श्रीलंका के बाद बांग्लादेश में भी आर्थिक संकट गहराने की खबर दी है। अखबारों ने बताया है कि डीजल और गैस से चलने वाले पावर प्लांट बंद हो गए हैं और लोड शेडिंग 13 घंटे तक हो गई है। करेंसी और विदेशी मुद्रा भंडार में कमी और डीजल-पेट्रोल महंगा होने की भी खबरें आ रही हैं। अखबारों ने लंदन में महंगाई के खिलाफ लोगों का सड़कों पर उतर कर धरना प्रदर्शन करने की खबरें दी है। अखबारों ने बताया है कि सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की गई है। यह सभी खबरें रोजनामा पाकिस्तान, रोजनामा नवाएवक्त, रोजनामा खबरें, रोजनामा दुनिया, रोजनामा एक्सप्रेस, रोजनामा जंग के पहले पन्ने पर प्रकाशित की गई है।
रोजनामा नवाएवक्त ने एक खबर दी है, जिसमें बताया गया है कि जम्मू-कश्मीर में स्वतंत्रता दिवस के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में प्रत्येक नागरिक के जरिए अपने घरों पर तिरंगा झंडा लहराने के लिए 20 रुपये का झंडा खरीदने के ऑर्डर को फिलहाल रद्द कर दिया गया है। अखबार ने बताया है कि सरकार ने प्रत्येक व्यक्ति से भारतीय तिरंगा अपने घर पर लहराने के लिए 20 रुपये देने का आदेश दिया था। अखबारों ने बताया है कि भारतीय एजेंसियों के जरिए कश्मीरियों को प्रताड़ित किए जाने के खिलाफ जम्मू में प्रदर्शन किया गया है।
रोजनामा दुनिया ने एक खबर दी है, जिसमें बताया गया है कि तिहाड़ जेल में बंद हुर्रियत नेता यासीन मलिक की भूख हड़ताल की वजह से उनकी तबीयत बिगड़ने की खबर है। अखबार ने बताया है कि भारतीय मीडिया के अनुसार डॉक्टरों की सलाह पर उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उन्हें ग्लूकोज की खुराक दी जा रही है। अखबार ने बताया है कि यासीन मलिक ने पिछले शुक्रवार से जेल में अनिश्चित काल के लिए भूख हड़ताल शुरू की थी और उन्होंने भूख हड़ताल की वजह से कुछ भी खाने पीने से इनकार कर दिया था, जिसकी वजह से उनकी तबीयत बिगड़ गई है।